

इन बीमारियों में लाभ
इस स्ट्रीप से विशेष रूप दिल से संबंधित गड़बड़ी (हार्ट अटैक), हीमोग्लोबिन (एनिमिया), ऑक्सीजन (अस्थमा), ग्लूकोज (डायबिटीज), क्रिएटिनिन (किडनी की बीमारी), बिलीरुबीन (पीलिया) की जानकारी मिल जाएगी।
अक्टूबर से शुरुआत
निदेशक डॉ. गिरीश कुमार सिंह ने बताया कि इसका प्रूफ आॅफ कंसेप्ट (पीओसी) चल रहा है। उम्मीद है कि यह सुविधा अक्टूबर से मिलने लगे। यह सुविधा इमरजेंसी में काफी मददगार साबित होगी। यानी घर से बाहर हैं और चेस्ट पेन शुरू हो गया। वैसी स्थिति में क्या करना है, मरीज समझ नहीं पाता। यह सुविधा शुरू पर मरीज को परेशानी नहीं होगी।
दूसरा रास्ता हेल्थ कार्ड
एम्स ने मरीजों का हेल्थ कार्ड भी तैयार किया है। इससे भी मरीज की जानकारी एम्स को मिल जाएगी। इलाज कराने के बाद मरीज का फॉलोअप जरूरी होता है। इसलिए एम्स अपने मरीजों का फॉलोअप करेगा। जरूरत के अनुसार मरीज चैटिंग, ई-मेल या फिर व्हाट्सअप के जरिए भी एम्स से संपर्क में रह सकते हैं। मरीज सिमटम, साइन या फोटो भी भेज सकते हैं। इसलिए सभी मरीजों का मोबाइल नंबर लिया जा रहा है।
दूसरा रास्ता हेल्थ कार्ड
एम्स ने मरीजों का हेल्थ कार्ड भी तैयार किया है। इससे भी मरीज की जानकारी एम्स को मिल जाएगी। इलाज कराने के बाद मरीज का फॉलोअप जरूरी होता है। इसलिए एम्स अपने मरीजों का फॉलोअप करेगा। जरूरत के अनुसार मरीज चैटिंग, ई-मेल या फिर व्हाट्सअप के जरिए भी एम्स से संपर्क में रह सकते हैं। मरीज सिमटम, साइन या फोटो भी भेज सकते हैं। इसलिए सभी मरीजों का मोबाइल नंबर लिया जा रहा है।