मेरठ पहुँचे दलाई लामा और चीन के बारे में कहा कुछ ऐसा…

मेरठ। तिब्बत के आध्यामिक गुरु और नोबेल पुरस्कार से सम्मानित दलाई लामा का कहना है कि तिब्बत को लेकर चीन के लोगों की सोच बदली है। चीन में भी तिब्बत के हक की आवाज उठ रही है। पिछले दिनों तिब्बत के समर्थन में एक हजार लेख छपे थे। लेकिन चीनी सरकार तिब्बतियों को उतना सपोर्ट नहीं कर रही है। हालांकि विश्व जनमत के दबाव में तिब्बत के मामले में चीनी सरकार को एक सीमा रेखा खींचनी पड़ रही है।मेरठ पहुँचे दलाई लामा और चीन के बारे में कहा कुछ ऐसा...

सोमवार को दलाई लामा ने आर्युज्ञान न्यास की ओर से सार्वभौमिक नैतिक शिक्षा के पाठ्यक्रम का शुभारंभ करने मेरठ आए थे। डीएवी पब्लिक स्कूल शास्त्रीनगर में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने छात्रों और शिक्षकों से सीधे संवाद किया। सार्वभौमिक नैतिक शिक्षा का पाठ्यक्रम पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर मेरठ के दो स्कूलों के अलावा दिल्ली, पीलीभीत, झांसी, कानपुर, गाजियाबाद के एक- एक स्कूल में भी शुरू किया गया है।

इसे भी देखें:- ये है भारतीय राजनीति का सबसे पहला सेक्स स्कैंडल, जिसकी वजह से दलित नेता नहीं बन पाई थी प्रधानमंत्री

दलाई लामा ने पाठ्यक्रम के शुभारंभ पर कहा कि सार्वभौमिक नैतिक शिक्षा की परिकल्पना धर्मनिरपेक्षता पर आधारित है। 21वीं सदी में बच्चों में ज्ञान आधारित शिक्षा के अलावा इस नैतिक शिक्षा भी जरूरी है। जिस तरह से दुनिया में मारकाट मची हुई है, उसे नई पीढ़ी अपने अंदर मानवीय और नैतिक गुणों को अपनाकर रोक सकती है।

Back to top button