गाय की 11 महीने की बछिया बगैर मां बने दूध दे रही, गांव के लोग हैरत में

ग्वालियर. भिंड के एक गांव में गाय की महज 11 महीने की बछिया दूध देने लगी है। अचंभे की बात यह भी है कि दूध देना शुरु करने से पहले बछिया गाभिन हुई है न मां बनी। बिना मां बने ही बछिया 100-200 ग्राम नहीं, बल्कि करीब 2.5 किलो दूध देती है। गांव वाले इसे चमत्कार मान रहे हैं, जबकि जानकार इसे हार्मोन्स का असंतुलन मान बछिया को इलाज की सलाह दे रहे हैं। ये है मामला…
गाय की 11 महीने की बछिया बगैर मां बने दूध दे रही, गांव के लोग हैरत में
 – भिंड शहर के नजदीक चौकी गांव के हरिशंकर शर्मा की गाय की बछिया महज 11 महीने की हुई और दूध देने लगी। दूध भी कोई थोड़ा नहीं करीब 2.5 किलोग्राम दे रही है। गांव के लोग इसे चमत्कार मान रहे हैं, और हरिशंकर शर्मा के घर इस बछिया को देखने दूर-दूर से आने वालों का तांता लगा हुआ है। 
 – लोग इसे इस बछिया को चमत्कारी मान रहे हैं, क्योंकि आम तौर पर गाय तीन साल की उम्र से पहले गाभिन नहीं होती, और मां बनने के बाद ही दूध देती है। जबकि यह बछिया मां बनना तो दूर  गाभिन भी नहीं हुई।

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अपने आप निकलने लगा दूध
 – हरिशंकर शर्मा की गाय ने एक साल पहले ही इस काली बछिया को जन्म दिया था। थोड़ी बड़ी हुई तो हरिशंकर शर्मा ने उसे गाय के साथ ही खेतों में चरने के लिए भेजना शुरू कर दिया। बीते महीने बछिया 11 माह की हुई। अचानक परिवार के लोगों ने देखा कि बछिया के थनों से दूध निकल रहा है। 
 – इस बारे पशुपालन के जानकार बुजुर्गों से चर्चा की। वेटनरी डाक्टर से भी चेकअप कराया। डाक्टर ने दूध निकालकर देखने की सलाह दी। शर्मा परिवार ने बछिया को दुहना शुरू किया, तब से यह बछिया
  
जानकार बुजुर्गों ने दी बछिया के इलाज की सलाह
 – गांव के जानकारों ने हरिशंकर शर्मा से चिंता जताई कि बछिया 11 माह की उम्र में दूध दे रही है, यह उसके लिए नुकसान दायक हो सकता है। चिंतित शर्मा परिवार ने  इस संबंध में पंजाब के जानकार पशुपालकों से बात की तो बताया गया कि ऐसा बछिया के हार्मोनल असंतुलन की वजह से हो रहा है। इनकी सलाह पर बछिया के चारे में दिए जाने वाले पौष्टिक आहार कम कर दिए गए। इसके बावजूद बछिया के थनों से दूध निकलना बंद नहीं हुआ। 
 – बछिया को कोई नुकसान न पहुंचे इसलिए फिलहाल शर्मा परिवार रोज उसका दूध निकालकर उपयोग में ले रह है, लेकिन सभी बछिया के इलाज के लिए लगातार विशेषज्ञों से मशविरा करते हुए इलाज तलाश रहे हैं।
 
 
 
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