भारत के बाद अब दुनिया के कई देश चीन के टिक टॉक एप को बैन करने की कर रहे तैयारी, पढ़े पूरी खबर

भारत द्वारा टिक टॉक (Tik Tok) पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद अमेरिका भी इस चीनी एप पर कार्रवाई कर सकता है। इस बात की संभावना तब प्रबल हो गई जब सरकार द्वारा दी गई डिवाइस में टिक टॉक डाउनलोड करने पर रोक लगाने के प्रस्ताव को अमेरिकी प्रतिनिधि सभा का समर्थन मिल गया।

741 अरब डालर के रक्षा नीति बिल के हिस्से के तौर पर रिपब्लिकन केन बक ने यह प्रस्ताव पेश किया था। सदन ने मंगलवार को 125 के मुकाबले 295 वोटों से वित्तीय वर्ष 2021 के लिए राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम पारित (एनडीएए) कर दिया था। फिलहाल अभी इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि प्रतिबंध कानून की शक्ल ले लेगा। इसकी वजह यह है कि सीनेट इस बिल पर अपनी राय इस सप्ताह के अंत में देगा।

बिल को राष्ट्रपति ट्रंप के पास भेजने से पहले दोनों सदन अपने मतभेदों को सुलझाएंगे। बता दें कि ट्रंप प्रशासन पहले ही टिक टॉक को लेकर अपनी चिंताएं जता चुका है और इस बात का संकेत दिया है कि वह एप पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है। बता दें कि 29 जून को भारत ने टिक टॉक समेत 59 चीनी एप पर प्रतिबंध लगा दिया था।

बता दें कि यह बिल रिपब्लिकन सीनेटर जोश हॉवले (Josh Hawley) द्वारा प्रतिनिधि सभा में लाया गया है। इसके अलावा 25 अमेरिकी सांसदों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 15 जुलाई को लिखित तौर भारत द्वारा चीनी एप पर लगाए गए प्रतिबंध का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिकी जनता की प्राइवेसी व सुरक्षा के मद्देनजर सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

टिकटॉक के कड़े आलोचक हॉवले ने इस एप को लेकर बार-बार देश की सुरक्षा पर सवाल उठाया है और यूजर के डाटा को लेकर चिंता उठाई है। हॉवले ने कहा, ‘फेडरल कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए यह बड़ा रिस्क है। क्या हम चाहते हैं कि सभी फेडरल कर्मचारियों का जियो लोकेशन डेटा चीन को मिले। टिक टॉक समेत तमाम चीनी एप पर अमेरिका कुछ ही हफ्तों में फैसला ले सकता है।

व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज ने कहा कि कार्रवाई के लिए खुद से कोई समय सीमा तय नहीं की गई है। लेकिन, मुझे लगता है कि कुछ हफ्तों में इस पर फैसला हो जाएगा। कई प्रशासनिक अधिकारी राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर इस मामले को देख रहे हैं। यह मामला टिक टॉक, वीचैट जैसे मोबाइल एप से जुड़ा है। कुछ दिन पहले ही अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने भी टिक टॉक पर प्रतिबंध लगाए जाने के संकेत दिए थे।

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