भय्यू जी महाराज ने मौत के समय एक साथ किए थे तीन ट्वीट

मध्यप्रदेश के इंदौर से मिल रही एक बड़ी खबर के अनुसार संत भय्यू जी महाराज ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है. मिल रही खबर के अनुसार भय्यू महाराज ने खुद की कनपटी पर गोली मारी है जिसके बाद उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया. मौत से कुछ देर पहले ही किया था भय्यू महाराज ने ट्वीट. भय्यू जी महाराज ने मौत के समय एक साथ किए थे तीन ट्वीट

Bhaiyyuji Maharaj@bhaiyujimaharaj

आज मासिक शिवरात्रि है। यह प्रत्येक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। हिन्दू धर्म में इस शिवरात्रि का भी बहुत महत्त्व है। ‘शिवरात्रि’ भगवान शिव और शक्ति के अभिसरण का विशेष पर्व है।

बता दें, भय्यू जी महाराज ने मौत से कुछ देर पहले ही तीन ट्वीट एक साथ किए, जिसमें उन्होंने मासिक शिवरात्रि के बारे में बताया, उन्होंने लिखा कि “आज मासिक शिवरात्रि  है। यह प्रत्येक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। हिन्दू धर्म में इस शिवरात्रि का भी बहुत महत्त्व है। ‘शिवरात्रि’ भगवान शिव और शक्ति के अभिसरण का विशेष पर्व है।”

Bhaiyyuji Maharaj@bhaiyujimaharaj

धार्मिक मान्यता है कि ‘मासिक शिवरात्रि’ के दिन व्रत आदि करने से भगवान शिव की विशेष कृपा द्वारा कोई भी मुश्किल और असम्भव कार्य पूरे किये जा सकते हैं।
‘अमांत पंचांग’ के अनुसार माघ मास की ‘मासिक शिवरात्रि’ को ‘महाशिवरात्रि’ कहते हैं;

वहीं इसके बाद ही उन्होंने दूसरा ट्वीट किया जिसमें लिखा कि “धार्मिक मान्यता है कि ‘मासिक शिवरात्रि’ के दिन व्रत आदि करने से भगवान शिव की विशेष कृपा द्वारा कोई भी मुश्किल और असम्भव कार्य पूरे किये जा सकते हैं।
‘अमांत पंचांग’ के अनुसार माघ मास की ‘मासिक शिवरात्रि’ को ‘महाशिवरात्रि’ कहते हैं;”

Bhaiyyuji Maharaj@bhaiyujimaharaj

‘मासिक शिवरात्रि’ को ‘महाशिवरात्रि’ कहते हैं। दोनों पंचांगों में यह चन्द्र मास की नामाकरण प्रथा है, जो इसे अलग-अलग करती है। मै सभी भक्तगणों को इस पवन दिवस की बधाई एवं शुभकामनाये देता हु.

वहीं आखिरी ट्वीट में उन्होंने एक फोटो अपलोड कर लिखा कि “‘मासिक शिवरात्रि’ को ‘महाशिवरात्रि’ कहते हैं। दोनों पंचांगों में यह चन्द्र मास की नामाकरण प्रथा है, जो इसे अलग-अलग करती है। मै सभी भक्तगणों को इस पवन दिवस की बधाई एवं शुभकामनाये देता हु.”

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