बिहार में गई 45 बच्चों की जान, मौत की वजह ये बता रही सरकार

बिहार में चमकी बुखार का कहर जारी है। 80 से ज्यादा बच्चे इस रहस्यमयी बीमारी की वजह से मौत के गाल में समा चुके हैं। सूबे का मुजफ्फरपुर कस्बा इस बीमारी की सबसे ज्यादा चपेट में है। 1995 से ही यह रहस्यमय बीमारी यहां बच्चों को अपना शिकार बनाती आई है। हर साल मई और जून के महीने में बिहार के विभिन्न कस्बे इस बीमारी की चपेट में आते हैं और बच्चों के मरने का सिलसिला शुरू हो जाता है। इस बार भी ऐसा ही हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और डॉक्टरों की असंवेदनशीलता भी देखने को मिली है। आइए जानते हैं क्या है इस बीमारी के लक्षण और क्या लीची खाने से हुई यह बीमारी … 
हालांकि इस बीमारी की कई वजहों में एक वजह लीची को भी बताया गया है। यह बीमारी शरीर के मुख्य नर्वस सिस्टम यानी की तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करती है। सबसे ज्यादा बच्चे इस बीमारी से प्रभावित हो रहे हैं और अस्पतालों में हर दिन दम तोड़ रहे हैं। इस साल जनवरी से अब तक कुल 200 से ज्यादा संदिग्ध चमकी बुखार के मामले सामने आ चुके हैं। 
Back to top button