प्रेमियों की मुरादें पूरी करते हैं ये भगवान, अाप भी मांग कर देख्ा लें
प्रेमियों के लिए साल का सबसे खास सप्ताह सामने है। प्रेमी जोड़े चाहते हैं कि उनका प्यार सफल हो और वह अपने प्रेमी के साथ जिंदगी के ताने-बाने को बुन सके। लेकिन किसी कारण से आपको संबंध में दूरी बढ़ रही है और आपके प्रेम संबंधों में दीवार खड़ी हो रही है तो बाधाओं को दूर करने के लिए आप इन भगवान की शरण में जा सकते हैं। कहते हैं इनके द्वार पर प्रेमियों की मुरादें पूरी होती हैं।
ये है आंध्रप्रदेश का खम्म मंदिर। यह मंदिर पूरी दुनिया में हनुमान जी के विवाह का इकलौता गवाह है। इस मंदिर में हनुमान जी भगवान सूर्य की पुत्री सुवर्चला जिनके साथ उनका विवाह हुआ था के साथ मौजूद हैं। ज्ञान प्राप्ति के कुछ नियमों का पालन करने के लिए हनुमान जी को अपने गुरु सूर्य की पुत्री से विवाह करना पड़ा था। विवाह के बाद इनकी पत्नी तपस्या के लिए चली गई थी इसलिए विवाहित होने के बावजूद हनुमान ही ब्रह्मचारी कहे जाते हैं। ऐसे मान्यता है कि प्रेमी और पति-पत्नी यहां साथ में हनुमान जी और उनकी पत्नी के दर्शन करते हैं तो उनका प्रेम प्रगाढ़ होता है और रिश्ते में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
ये हैं जोधपुर स्थित गुरु गणेश जो इश्किया गणेश भी कहलाते हैं। इस नाम के पीछे कारण यह बताया जाता है कि यहां गणेश जी प्रेमी जोड़ों की मुरादें पूरी करते हैं और इनके रिश्ते में आने वाली बाधाओं को भी दूर करते हैं। इसलिए दूर दूर से लोग इस मंदिर में गणेश जी के दर्शन के लिए आते हैं।
मध्यप्रदेश का आगसौदा कस्बा जो जबलपुर से महज 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यहां हनुमान जी का एक प्राचीन मंदिर है। ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी को लाल गुलाब का फूल बेहद पसंद है। हनुमान जी की पसंद का ध्यान रखते हुए भक्तगण इन्हें लाल गुलाब का फूल भेंट करते हैं। कहते हैं ऐसा करने से हनुमान जी अपने भक्तों की मुरादें पूरी करते हैं। लेकिन कमाल की बात यह है कि यहां बड़ी संख्या में प्रेमी जोड़े पहुंचते हैं जिनकी शादी में बाधा आ रही होती है या जिनके संबंध में कड़वाहट आ चुकी है। हनुमान जी ऐसे प्रेमी भक्तों की मुरादें पूरी करती हैं। हनुमान जी के इस चमत्कार के कारण भक्त इन्हें शादी वाले हनुमान के नाम से भी जानते हैं।
जोधपुर के इश्किया गणेश की तरह दक्षिण भारत के तमिलनाडु में स्थित गणेश जी का मंदिर भी बड़ा प्रसिद्ध है। प्रेमियों के बीच गणेश जी की ऐसी ख्याति है कि भक्तगण इन्हें कधाल विनयागार यानी प्रेम के देवता के नाम से पुकारते हैं। प्रेम और विवाह में बाधा आने पर भक्तगण यहां अपनी मन्नत लेकर आते हैं और उनकी मुरादें पूरी करते हैं विनायक। प्रेम में बाधा दूर होने पर यहां कई प्रेमियों में शादी भी रचाई है।