परिवार में खुशियां रहें बरकरार तो अपनाएं वास्तुशास्त्र के ये खास टिप्स

इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन है गुस्सा एवं अहंकार। देखा जाता है कि गुस्से के कारण कई बार सुखी दांपत्य जीवन भी बर्बाद हो जाता है और जीवन में उथल-पुथल मच जाती है। बेवजह गुस्सा आने का कारण वास्तुदोष भी होता है। इस दोष को दूर करेंगे, तो दांपत्य जीवन मधुर बना रहेगा। परिवार में खुशियां रहें बरकरार तो अपनाएं वास्तुशास्त्र के ये खास टिप्स

रिश्ता चाहें दोस्ती का हो, परिवार से जुड़ा हो या दांपत्य जीवन से जुड़ा हो। रिश्तों की मजबूती के लिए प्रेम, आदर और विश्वास का होना बेहद ही जरूरी है। अगर यह भाव कम होने लगेगा, तो दूरियां तो बढ़ेंगी ही, रिश्ते भी कमजोर हो जाएंगे। वास्तुशास्त्र के मुताबिक, घर में ऐसे कई दोष होते हैं, जो जीवन को प्रभावित करते हैं। इन दोषों को दूर कर सुखद व शांत जीवन का आनंद उठाया जा सकता है। आपके शयनकक्ष में दो से अधिक महिलाओं की तस्वीर नहीं लगी होनी चाहिए। इससे रिश्तों के बीच कड़वाहट पनपती है। रात्रि के समय ऐसी कोई बात अपने साथी से न करें, जो उसे पसंद न हो। 

शयनकक्ष के अंदर कभी भी कैक्टस  या कोई कंटीला पौधा या उसका चित्र नहीं होना चाहिए। इससे तनाव बढ़ता है और रिश्ते कमजोर होने लगते हैं। रिश्तों में मजबूती व प्रेम के लिए शयनकक्ष में शंख व सीपी जरूर रखें। दांपत्य जीवन सुखमय बना रहे इसके लिए शुक्रवार को एक-दूसरे को परफ्यूम उपहार में दे। रिश्तों में मिठास बनी रहे, इसके लिए शनिवार के दिन आम या अशोक की टहनी को शयनकक्ष में रखना लाभकारी होता है।

शयनकक्ष में कभी भी सामान फैला हुआ नहीं होना चाहिए। कमरे में फैला सामान उदासी, तनाव, बीमारी पैदा करता है। इस बात का ध्यान भी जरूर रखें कि कमरे के अंदर धूल-मिट्टी नहीं जमी होनी चाहिए। कमरे के भीतर हल्के रंग की रोशनी का बल्ब लगाने से मन प्रसन्न रहता है व दिमाग भी शांत रहता है। 

आपसी रिश्तों में तनाव का एक बड़ा कारण रसोईघर से भी जुड़ा है। वास्तु के अनुसार, रिश्तों में मिठास बनी रहे इसके लिए सदैव प्रसन्न मन से रसोईघर में प्रवेश करना चाहिए। अगर प्रसन्न मन से भोजन या अन्य खाद्य पदार्थ साथी को नहीं देंगे, तो इससे रिश्ते बिगड़ेंगे ही। रसोईघर में चीखना-चिल्लाना या मारपीट करने जैसी गलती भूलकर भी न करें। यहां साथ बैठकर भोजन करना भी रिश्तों के बीच दूरियां लाता है। 

रिश्तों में मिठास बनी रहे, इसके लिए शयनकक्ष के द्वार पर पीले फूलों की माला लगाएं। रोजाना ताजे फूल की माला लगाना संभव न हो, तो आर्टिफिशियल फूल की माला भी लगा सकते हैं। यदि आपके घर में बाथरूम और रसोईघर एक साथ हैं, तो ये भी दूरियां बढ़ाते हैं। इससे जीवनसाथी का स्वास्‍थ्य भी प्रभावित होता है और वह हमेशा बीमार रहता है।

घर की उत्तर-पूर्व दिशा में कूड़ेदान बनाने या कूड़ा रखने से भी मन-मुटाव और जलन आदि की भावना पनपती है, इस दिशा में कूड़ेदान भूलकर भी नहीं रखना चाहिए। घर में होने वाले झगड़ों से छुटकारा पाने के लिए घर को साफ रखें। वास्तु की दृष्टि से घर के उत्तर-पूर्व दिशा को साफ-सुथरा रखना बहुत जरुरी माना जाता है। ऐसा करने से घर में सुख-शांति बढ़ती है।

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