न्यूज़ बुलेटिन : उत्तर प्रदेश की अब तक की बड़ी खबरें – पढ़ें एक क्लिक में

अंततः मायावती ने भी खाली किया अपना सरकारी 13-ए माल एवेन्यू वाला बंगला 

लखनऊ । बहुजन समाज पार्टी की मुखिया एवं उप्र की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अंततः राजधानी के 13-ए, माल एवेन्यू स्थित सरकारी बंगले के उस हिस्से को शनिवार शाम खाली कर दिया, जिसमें वह अब तक रहा करती थीं। हालांकि इस बंगले पर अभी भी ‘श्री कांषीराम जी यादगार विश्राम स्थल’ का बोर्ड टंगा हुआ है। वहीं बसपा मुखिया अपने निजी निवास 9, माल एवेन्यु में रहने चली गयीं।

सर्वोच्च न्यायालय के आदेष के अनुक्रम में राज्य संपत्ति विभाग द्वारा पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगला खाली किए जाने की नोटिस के अंतिम दिन बसपा सुप्रीमो ने देर शाम मीडिया को बुलाकर न सिर्फ अपना 13-ए माल एवेन्यु का बंगला अन्दर से दिखाया बल्कि यह भी कहा कि 13-ए, माल एवेन्यू के जिस भाग में मैं ठहरती रही हूं, उसे आज दो जून से खाली कर रही हूं। उन्होंने कहा कि नोटिस मिलने के बाद 15 दिन की समय सीमा दी गयी थी जो अभी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के देहांत के बाद देश में गरीबों और अन्य उपेक्षित वर्गों के मसीहा कांशीराम ने पूरी जिन्दगी इनके उत्थान के लिए काम किया। उनके सम्मान में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 13 जनवरी 2011 को राज्य कैबिनेट की बैठक में 13-ए, माल एवेन्यू में कांशीराम यादगार विश्राम स्थल बनाने का फैसला किया था।

उन्होंने दावा किया कि कैबिनेट के उक्त फैसले द्वारा पूर्ण परिसर को जनमानस के लिए लोकार्पित किया गया है। कांशीराम उत्तर प्रदेश से लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य रहे हैं। पार्टी के कार्य से लखनऊ आने के दौरान वह इसी परिसर में ठहरते थे, जिससे उनका इस परिसर से काफी लगाव हो गया था। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कांशीराम के आदर सम्मान में मान्यवर श्री कांशीराम जी यादगार विश्राम स्थल बनाया गया। उन्होंने कहा कि इसी बंगले के एक हिस्से में वह ठहरती थीं। बतौर पूर्व मुख्यमंत्री उन्हें छह, लाल बहादुर शास्त्री मार्ग वाला बंगला आवंटित किया गया था, जिसे उन्होंने 19 मई को खाली कर दिया है और स्पीड पोस्ट से चाभियां भेजकर कब्जा सरकार को दे दिया है।

बसपा सुप्रीमों ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के फैसले के अनुसार आवासीय भाग छोडने के बाद अब यह बंगला मान्यवर श्री कांशीराम जी यादगार विश्राम स्थल कहलाएगा। शासनादेश में स्पष्ट है कि इसकी सुरक्षा और रखरखाव का जिम्मा प्रदेश सरकार का है। उन्होंने बताया कि परिसर में मुख्य तौर पर विश्राम कक्ष, पुस्तकालय, बैठक कक्ष, जलपान कक्ष, प्रतीक्षा कक्ष, भोजनालय, जेनरेटर रूम, लिफ्ट स्थल, पेड़-पौधे हैं। परिसर में कांशीराम की भव्य प्रतिमा लगी है और मेरी भी प्रतिमा लगी है। इसमें हाथियों की गैलरी, फव्वारे और बारादरी है। कई संतरी पोस्ट, अंडरग्राउण्ड पार्किंग और सुरक्षाकर्मियों के लिए कमरों की उचित व्यवस्था है। बाद में उन्होंने मीडियाकर्मियों को पूरे परिसर का भ्रमण करने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि आप मेरे साथ इस पूरे परिसर का भ्रमण जरूर करें। इसकी फोटोग्राफी करें। उस आवासीय भाग को भी देखें जिसमें मैं अब तक रहती थी। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों को खुद पूरे परिसर का भ्रमण कराया।

उधर, मायावती के दावों के ठीक उलट राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि 13-ए, माल एवेन्यू बंगला मायावती को बतौर पूर्व मुख्यमंत्री आवंटित किया गया है। यह बात कागजों से पुष्ट होती है। जबकि छह, लाल बहादुर शास्त्री मार्ग स्थित बंगले का आवंटन फर्जी आदेश से हुआ था।

 भाजपा सरकार की उल्टी गिनती शुरू-मायावती

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया एवं उप्र की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कैराना लोकसभा सीट और नूरपुर विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा की हार पर कहा कि भाजपा सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा कि देश में जहां भी उपचुनाव हुए, भाजपा से दुखी और पीडित जनता ने उसे सही रास्ता दिखा दिया है।

बसपा मुखिया मायावती ने शनिवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों के बाद अब कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा सीट पर भाजपा की करारी हार हो गयी है। उन्होंने कहा कि अब जनता भाजपा के झूठे वादे और सांप्रदायिक भड़कावे में आने वाली नहीं हैं। भाजपा सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गयी है। भाजपा ने उपचुनावों में शासन-प्रशासन की ताकत का दुरूपयोग किया है लेकिन फिर भी उनको मुंह की खानी पड़ रही है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के लोग उपचुनावों में मिली हार की खबरों को दबाने के लिए इस तरह की खबरें दिखा रहे हैं कि मायावती ने 13-ए, माल एवेन्यू बंगला खाली नहीं किया है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिन से मीडिया में बराबर ये खबर दिखायी और प्रकाशित की जा रही है कि मायावती 13-ए, माल एवेन्यू बंगला खाली नहीं कर रही हैं जबकि सच्चाई यह है कि राज्य संपत्ति विभाग का नोटिस मिलने के बाद 15 दिन का समय दिया गया था, जो अभी खत्म नहीं हुआ है।

बसपा सुप्रीमो ने आज ही 13-ए, माल एवेन्यू बंगले के उस हिस्से को खाली कर दिया, जिसमें वह अब तक रहा करती थीं। मायावती ने कहा कि भाजपा सरकार ने इस तरह की खबरों को चलवाने के लिए पूरी ताकत लगा दी है ताकि लोगों का ध्यान उनकी हार से हट जाए। मायावती ने कैराना और नूरपुर के मतदाताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि कैराना और नूरपुर की जनता ने भाजपा के हथकंडों के बावजूद उसे जबर्दस्त शिकस्त दी है।

युवाओं को गुमराह कर रही है भाजपा सरकार-अखिलेश

लखनऊ । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भाजपा सरकार पर हमला बोलने का कोई भी मौका नहीं चूक रहे हैं। उपचुनावों में लगातार मिली सफलताओं से उत्साहित सपा मुखिया ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि वह युवाओं को गुमराह कर रही है और विकास के रास्ते में रोडे अटका रही है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को ईमानदारी और मेहनत के रास्ते पर चलकर ऊंचाई पर पहुंचने की सीख देते हुए आगाह किया कि उन्हें जाति धर्म के झगड़े में नहीं उलझना है। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोग गुमराह करने का काम कर रहे हैं और विकास के रास्ते में रोड़े अटका रहे हैं। वे समाज को आगे ले जाने के बजाय पीछे की ओर ले जा रहे हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री शनिवार को यहां एक निजी स्कूल द्वारा आयोजित मेधावी छात्र-छात्रा सम्मान समारोह में कहा कि आज दुनिया एक बाजार बन गई है। सूचना क्रांति से कोई चीज ढकी-छुपी नहीं रह सकती है। इस समय विचार और विकास का भी संक्रमण काल है। अंध विश्वास से बचना है। युवाओं को अंधेरे रास्ते में ढकेला जा रहा है। उनमें हताशा है, आक्रोश है। उनके साथ सत्ताधारी दल का रवैया भेदभाव पूर्ण है। नई पीढ़ी को अब अपना रास्ता स्वयं तय करना होगा। उन्हें समय का सदुपयोग करना सीखना होगा। उन्होंने कहा कि अब सूचना प्रौद्योगिकी से परिवर्तन आएगा। समाजवादी सरकार में इसीलिए लैपटाप बांटा गया क्योंकि इसकी जरूरत थी। तब भी कुछ लोगों ने इस पर आक्षेप किए थे। हमने 18 लाख लैपटाॅप बांटे। भाजपा सरकार ने भी लैपटाॅप बांटने का वादा किया था पर कुछ नहीं किया। दिल्ली के पांच और उत्तर प्रदेश के दो बजट निकल गए, भाजपा वादे निभाने में विफल रही। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार में गोमती रिवरफ्रंट बना, एण्टी रोमियों स्क्वायड नहीं।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने समाजवादी सरकार की गरीबों के हित की योजनाएं बंद कर दी। नोटबंदी और जीएसटी ने व्यापार और घरेलू अर्थव्यवस्था चैपट कर दी। नौजवानों को रोजगार नहीं है। सपा मुखिया ने कहा कि देश में विकास के नाम पर भ्रम और झूठ फैलाया जा रहा है। जब मोबाइल के सारे उपकरण चीन से आ रहे हैं तो यहां बन क्या रहा है? यहां तो बस पुर्जे जोड़ने का काम हो रहा है। समाजवादी सरकार में मेडिकल कालेज बने, इटावा में लायन सफारी बना। भाजपा राज में डिजिटल इण्डिया, मेक इन इण्डिया, स्टार्टअप के नाम पर झूठ प्रचार किया गया। अफवाहों से काम नहीं चलता है। उन्होंने कहा कि भाजपा का तरीका बदले की भावना से काम करता है जबकि समाजवादी किसी दूसरे से नफरत करने के पक्ष में नहीं हैं। हम सामाजिक सौहार्द और परस्पर सहयोग के पक्षधर हैं। गोरखपुर, फूलपुर, कैराना और नूरपुर के उपचुनावों में जनता ने लोकतंत्री ताकतों को जीत दिलाई जबकि भ्रष्ट और तानाशाही की राजनीति को धराषायी किया।

 यूपी में आंधी तूफान से फिर गयीं 17 लोगो की जान, दर्जनों घायल 

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में शुक्रवार रात आये आंधी तूफान से 17 लोगो की मौत हो गयी जबकि दर्जनों लोग घायल हो गये है। इनमें से ज्यादातर की मौत पेड़ अथवा मकान गिरने से हुई है। प्रकृति के प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी प्रभावित जिलो के जिलाधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि वह 24 घंटे के अंदर प्रभावित लोगो को राहत सामग्री पहुंचाये और उन्हें हर संभव मदद करें।

एक सरकारी प्रवक्ता ने यहां बताया कि कल रात आये आंधी तूफान से सर्वाधिक नुकसान मुरादाबाद जिले में हुआ। यहां सात लोगों की मौत हो गयी है जबकि तीन अन्य लोग घायल हो गये है। जबकि मुजफफरनगर जिले में दो लोगो की मौत और दो घायल हुए। वहीं, मेरठ में दो लोगो की मौत हुई। जबकि, अमरोहा में एक व्यक्ति की मौत तथा चार लोग घायल और संभल में तीन लोगो की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि इन सभी जिलो में यह हादसे पेड़ गिरने और मकान गिरने से हुये है। जबकि अमरोहा जिले में एक व्यक्ति की मौत टीन शेड गिरने से हुई है। उन्होंने कहा सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि वह तुरंत राहत और बचाव अभियान चलायें और 24 घंटे के अंदर पीड़ितो को राहत सामग्री पहुंचा दी जायें।

योगी को काले झंडे दिखाने वाले गिरफतार, रिहा

इटावा । जिले में शुक्रवार को मुख्यमंत्री कार्यक्रम के दौरान काले झंडे दिखाने वाले दस लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बाद में इन सबके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करके देर रात निजी मुचलके पर उन्हें रिहा भी कर दिया गया। जानकारी के अनुसार प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गत दिवस इटावा में कार्यक्रम के बाद सुमेर सिंह गेस्टहाउस से खाना खाने के बाद लाइन सफारी होते हुए नगर में आ रहे थे। तभी सिविल लाइन थाना क्षेत्र के अन्तर्गत नगर के बाहर कचैरा चैराहे पर लोगों ने विरोध में काले झंडे लहराए थे। पुलिस ने भाग रहे दस लोगों को गिरफ्तार कर लिया और मुकदमा दर्ज कर के देर रात जिला अस्पताल में डाक्टरी परीक्षण के उपरांत निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया।

 मुलायम अखिलेश ने सरकारी आषियाना पूरी तरह किया खाली, सरकारी गेस्ट हाऊस की ली शरण

लखनऊ । सरकारी कोठियां छोड़ने के सर्वोच्च न्यायालय के आदेष का आखिर उप्र के पूर्व मुख्यमंत्रियों को अनुपालन करना ही पड़ा। न्यायालय के आदेष के बाद छह मुख्यमंत्रियों में से चार ने अपने-अपने सरकारी बंगले छोड़ अन्य स्थानों पर अपना ठिकाना बना लिया है जबकि दो बंगलों को लेकर अभी पेंच फंसा है। सरकारी बंगले खाली करने के आखिरी मियाद खत्म होने से ठीक पहले शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव अपना सरकारी आवास छोड़ अति विषिष्ट अतिथि गृह (वीवीआईपी गेस्ट हाऊस) की फिलहाल शरण ले ली है।

वीवीआईपी गेस्ट हाऊस के प्रबंधतंत्र से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह शुक्रवार रात वीवीआईपी गेस्ट हाऊस आ गये थे और उन्होंने रात यही गुजारी थी जबकि अखिलेश उनकी सांसद पत्नी डिंपल यादव और तीन बच्चे शनिवार दोपहर गेस्ट हाऊस पहुंच गये। इन तीनो को एक-एक कमरा बुक किया गया है। इन सभी सूट में दो-दो कमरे जुड़े होते है। गेस्ट हाउस के नियमों के अनुसार किसी को भी एक सूट तीन दिन के लिये बुक होता है उसके बाद उसे फिर से बुक कराना पड़ता है।

विदित हो कि उच्चतम न्यायालय ने बीती सात मई को पूर्व मुख्यमंत्रियों को अपने सरकारी बंगले खाली करने का आदेश दिया था। न्यायालय का कहना था कि पद से हटने के बाद वे सरकारी आवास में नहीं रह सकते। इसके बाद राज्य सम्पत्ति विभाग ने छह पूर्व मुख्यमंत्रियों नारायण दत्त तिवारी, मुलायम सिंह यादव, कल्याण सिंह, मायावती, राजनाथ सिंह और अखिलेश यादव को अपने सरकारी बंगले खाली करने का नोटिस दिया था। जिसके बाद मुलायम अखिलेश वीवीआईपी गेस्ट हाऊस में आ गये है जबकि नारायण दत्त तिवारी बीमार हंै और उनकी पत्नी ने बंगला खाली करने के लिये राज्य सम्पत्ति विभाग से यह कहते हुए कुछ और वक्त मांगा है कि उनके पति अपनी जिंदगी के आखिरी लम्हे जी रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने माॅल एवेन्यू स्थित अपना सरकारी बंगला अभी खाली नहीं किया है। उनके आवास के बाहर ‘पंडित नारायण दत्त तिवारी सर्वजन विकास फाउंडेशन‘ का बोर्ड लग गया है। माना जा रहा है कि यह बंगला बचाने की कवायद के तहत किया जा रहा है।

वहीं बसपा प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के अपने सरकारी आवास 13-माल एवेन्यू को पार्टी संस्थापक कांशी राम का स्मारक बताये जाने से एक नया पेंच फंस गया था। हालांकि सम्पत्ति विभाग ने उनके इस दावे को निरस्त करते हुए कहा था कि मायावती ने 6-लाल बहादुर शास्त्री मार्ग स्थित जो आवास खाली किया है, उस पर उनका अवैध कब्जा था। मायावती को पूर्व मुख्यमंत्री की हैसियत से 13-ए माॅल एवेन्यू बंगला आवंटित किया गया था, वहीं 6-लाल बहादुर शास्त्री मार्ग बंगले पर उनका अवैध कब्जा था, जिसे अब उन्होंने खाली किया है। उन्हंे उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार माॅल एवेन्यू का बंगला खाली करना होगा। वहीं एक और पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने अपना सामान अपने पौत्र संदीप सिंह के मकान में शिफट कर लिया है। संदीप सिंह योगी सरकार में मंत्री है।

दिनदहाड़े गेस्ट हाउस के मालिक की हत्या

मेरठ । बेखौफ बदमाशों ने शनिवार को दिनदहाड़े गेस्ट हाउस के मालिक की हत्या कर दी। यहां पर दो नकाबपोश बदमाश इस वारदात के बाद पैदल ही भाग निकले। जानकारी के अनुसार मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र में कसाना गेस्ट हाउस के मालिक मेहरचंद कसाना (55) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना दोपहर करीब तीन बजे की है। बताया जाता है कि कसाना गेस्ट हाउस के मालिक मेहरचंद कसाना गेस्ट हाउस की बगल में अपनी कन्फेक्शनरी शॉप पर बैठे थे। इसी दौरान पैदल आए दो नकाबपोश बदमाशों ने उन्हें दो गोली मारीं और जंगल के रास्ते फरार हो गए। घायल मेहरचंद को केएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि मेहर चंद कसाना के बेटे बसपा नेता संजय गुर्जर की भी हत्या हुई थी। मेहर चंद कसाना की हत्या को पुरानी रंजिश से जोड़कर देखा जा रहा है।

 महिला ने ससुर पर बलात्कार का आरोप लगाया

मुजफ्फरनगर । जिले में वासना में अंधे एक व्यक्ति ने अपनी ही बहू के साथ दुराचार किया। पुलिस ने आरोपी श्वसुर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी इरफान को बीती शाम भोपा पुलिस थाना अंतर्गत इलाके से गिरफ्तार किया गया है। विवाहिता (30) ने दावा किया कि उसका पति लंबे समय से लापता है और वह अपने ससुर के साथ ही रह रही थी। गुरुवार को उसके ससुर ने कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया और यह धमकी दी कि वह इसका जिक्र वह किसी से भी नहीं करे। पुलिस ने बलात्कार एवं अन्य आरोपों के तहत एक मामला दर्ज किया है।

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