नेपाल में गंडक के जलग्रहण क्षेत्र में हो रही भारी बारिश से नदी के डिस्चार्ज में भारी बढ़ोतरी की आशंका….

यह नेपाल (Nepal) के रास्‍ते आई एक और नई परेशानी है। नेपाल में हो रही भारी बारिश के कारण वहां से बिहार आने वाली नदियां उफान पर हैं। ऐसी स्थिति में नेपाल से गंडक व कोसी नदियों के रास्‍ते पानी आने पर हालात बिगड़ते दिख रहे हैं। जल संसाधन विभाग ने उत्‍तर बिहार के छह जिलों तथा कोसी तटीय इलाकों में हाई अलर्ट जारी किया है। इस बीच कोसी नदी के भारी दबाव को देखते हुए बराज के 56 में से 48 फाटक खोल दिए गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी आपदा प्रबंधन विभाग एवं सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों तक पूरे बिहार में बारिश की आशंका को देखते हुए बाढ़ की आशंका और गहराती दिख रही है।

भारी बारिश से बढ़ा गंडक का डिस्‍चार्ज

विदित हो कि नेपाल में गंडक के जलग्रहण क्षेत्र में हो रही भारी बारिश से नदी के डिस्चार्ज में भारी बढ़ोतरी की आशंका है। इस वजह से पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, वैशाली एवं सारण जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। वाल्मीकिनगर गंडक बराज पर मंगलवार की सुबह 4.16 लाख क्यूसेक पानी छाड़ा गया, जिससे जलस्तर स्तर में वृद्धि के बाद बगहा के दर्जनों गांवों में पानी घुस गया है।

तटबंधो की निगरानी के विशेष प्रबंध

अलर्ट के बाद संबंधित जिलों में तटबंधो की निगरानी के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैंं। इसके तहत सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचल अधिकारी माइकिंग कर नदी के जलस्राव वाले निचले इलाकों से लोगों को ऊपर के इलाकों में आने का निर्देश दे रहे हैं। टतबंधों की सुरक्षा के लिए जिले के सभी संबंधित अधिकारी दिन-रात निगरानी में लग गए हैं।

छह जिलों में अलर्ट, हटाए जा रहे लोग

जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस के अनुसार बागमती और गंडक के जल-ग्रहण वाले क्षेत्रों में भारी बारिश हुई है। नेपाल के 22 स्टेशनों के विश्लेषण में पता चला है कि छह स्टेशनों में 100 एमएम से ज्यादा बारिश हुई है। इस कारण जल-स्तर बढ़ गया है। गंडक नदी का जल-स्तर और बढ़ने की आशंका है। संजीव हंस ने बताया कि इसे लेकर छह जिलों पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, वैशाली एवं सारण में अलर्ट जारी किया गया है। बगहा में लोगों को हटाने का काम आरंभ कर दिया गया है। गोपालगंज में भी लोगों को ऊंचे स्‍थानों पर जाने को कहा गया है।

कोसी बैराज के 56 में से 48 फाटक भी खोले

उधर, कोसी (Kosi) में पानी का स्तर खतरे के अधिकतम स्‍तर के पार चला गया है। इसके बाद कोसी के तटीय इलाकों में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। पानी के भारी दबाव को देखते हुए कोसी बराज के 56 में से 48 फाटक को खोल दिए गए हैं। कोसी बराज नियंत्रण कक्ष के अनुसार मंगलवार सुबह 10 बजे तक 3.40 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है। नेपाल में अगले पांच दिनों तक बारिश की आशंका को देखते हुए इसमें और वृद्धि तय है। इससे बिहार के कई जिलों में बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है।

और नदियों में भी उफान से खतरा

बिहार में गंडक व कोसी के अलावा अन्‍य नदियां भी उफान पर हैं। बागमती भी खतरे के निशान से करीब 83 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। जल-स्‍तर में अभी और वृद्धि होगी। बूढ़ी गंडक व कमला बलान में भी पानी बढ़ा है। कमला बलान में जयनगर में लगभग 50 सेंटीमीटर और झंझारपुर रेल पुल के पास 85 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है।

आपदा प्रबंधन विभाग पहले से सतर्क

बाढ़ के हालात को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग भी पहले से सतर्क है। आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र के अनुसार नदियों का जलस्तर बढ़ने से सीतामढ़ी जिले में पांच, शिवहर में तीन, सुपौल में पांच, किशनगंज में चार, दरभंगा में पांच, मुजफ्फरपुर में तीन, गोपालगंज में चार, पूर्वी चंपारण में तीन प्रखंड प्रभावित हुए हैं। अपर सचिव के अनुसार बाढ़ से बिहार के आठ जिलों के 32 प्रखंडों की 156 पंचायतें प्रभावित हुई हैं। वहां जरूरत के अनुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं।

सीएम नीतीश ने दिए राहत व बचाव के निर्देश

नेपाल व गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्र में हो रही भारी बारिश से उत्‍पन्‍न बाढ़ के हालात को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपदा प्रबंधन विभाग एवं सभी जिलाधिकारियों को पूरी तरह से अलर्ट रहने का निर्देश दिया है।

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