दो कट्टर प्रतिद्वंद्वियों के बीच आखिर ऐसा क्या है जो इन मुकाबलों की चमक पड़ी फीकी?

वर्ल्ड कप मुकाबलों में भारत ने अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ जीत के सिलसिले को 7-0 तक पहुंचा दिया. रविवार को मैनचेस्टर में भारत ने वर्षा बाधित मैच में पाकिस्तान को 89 रनों से मात दी. भारत-पाकिस्तान मुकाबले सुर्खियों में रहते हैं और दुनिया की निगाहें इन पर होती हैं. दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों का असर खेल पर भी दिखता है. मुकाबलों के दौरान दोनों टीमों के खिलाड़ियों पर जीत का भारी दबाव होता है. हारने पर उन्हें अपने ही प्रशंसकों से तीखी प्रतिक्रियाएं झेलनी पड़तीं हैं.

भारत-पाकिस्तान के मुकाबलों के दौरान मैदान पर दोनों टीमों के बीच कांटे की लड़ाई जग जाहिर है. हालांकि भारत-पाक मैचों की चमक अब फीकी पड़ने लगी है. इंडिया टुडे ग्रुप के डेटा इंटेलिजेंस यूनिट(डीआइयू) ने 1992 के विश्व कप में भारत-पाकिस्तान की भिड़ंत से लेकर अब तक खेले गए एक दिवसीय मैचों का विश्लेषण किया. तो क्या इस दौरान दो कट्टर प्रतिद्वंद्वियों के बीच हालिया संघर्ष कम चुनौतीपूर्ण हो गए..? आंकड़ों की बात करें तो भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे के खिलाफ 1992 से लेकर अब तक 93 वनडे मुकाबले खेले हैं. जिसमें भारत ने 44 तो पाकिस्तान ने उससे कहीं ज्यादा 49 मैच जीते हैं.

 

1996 से 2006 के बीच दोनों टीमों ने एक-दूसरे के खिलाफ सबसे ज्यादा मैच खेले. इसमें आधे से अधिक मैचों में बहुत करीबी मुकाबले रहे. जीतने वाली टीम ने बाद में बैटिंग की तो कुल 65 में से 33 मुकाबलों में जीत का अंतर 50 रन या छह विकेट से भी कम  रहा. 2006 के बाद दोनों टीमों ने केवल 25 वनडे मैच खेले. जिसमें ज्यादातर मुकाबले एकतरफा थे. सिर्फ नौ मैच में ही कांटे का मुकाबला हुआ.

भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मुकाबलों से जुड़े आंकड़े.

इनमें अधिकांश में भारत ने एकतरफा जीत दर्ज की. इस दौरान खेले गए कुल 25 में 15 मैच भारत जीतने में सफल रहा. 2013 के बाद से दोनों टीमों ने द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है. यहां तक कि गैर आईसीसी टूर्नामेंट के भी मुकाबले नहीं हुए हैं. दोनों टीमें आखिरी बार एशिया कप  2018 में भिड़ीं थीं. जो 2015 और 2019 के विश्व कप मुकाबलों के बीच एकमात्र गैर आइसीसी टूर्नामेंट था.

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