भारत आने के लिए दाऊद ने रखी शर्त…


हालांकि उन्होंने कहा कि इसको लेकर दाऊद से बात करनी होगी। दाऊद के वकील ने बताया कि 5 साल पहले दाऊद ऑर्थर रोड जेल में नहीं रखने की शर्त पर भारत आने को तैयार था लेकिन उस समय की मनमोहन सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई।
श्याम केसवानी ने बताया कि दाऊद के नुमाइंदे लंदन में राम जेठमलानी से मिले थे और मुंबई की ऑर्थर रोड जेल में नहीं रखने की शर्त पर भारत आने की बात कही थी लेकिन इस छोटी-सी शर्त को भी तत्कालीन भारत सरकार ने नहीं माना था जबकि अबू सलेम और छोटा राजन के मामलों में सरकारें शर्तों को मानते हुए उन्हें भारत लेकर आई हैं।
वर्तमान में दाऊद इब्राहिम भारत आने को तैयार है या नहीं इस सवाल पर श्याम केसवानी ने कहा कि अगर उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने की गारंटी सरकार दे, तो वे क्यों भारत नहीं आएंगे, वे तो पहले भी इसके लिए तैयार थे।
छोटा राजन ने भी तिहाड़ में नहीं रहने की शर्त लगाई थी, तो उसे सीबीआई के बंगले में रख दिया। सरकार औरों की शर्त मान रही है लेकिन दाऊद भाई की शर्त नहीं मान रही है। वकील की मानें तो दाऊद अभी भी आना चाहता है या नहीं यह पूछना पड़ेगा।