ट्रंप के राष्ट्रपति बनते ही चीन का बड़ा हमला, अमेरिकी जनता भी आई लपेटे में

पेइचिंग| डोनाल्ड ट्रंप का अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतना चीन को अखर रहा है| डोनाल्ड ट्रंप पर चीन ने करार हमला किया है| चीन ने अमेरिका की जनता पर गुस्सा जाहिर करते हुए लोकतंत्र की उपयोगिता पर सवाल खड़े किए हैं|चीन की सरकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने इसे लोकतंत्र के लिए काला दिन करार देते हुए बुधवार को कहा कि अगर लोगों के पास लोकतंत्र हो तो यही होता है| रिपब्लिकन पार्टी के विवादित उम्मीदवार की जीत यह दिखाती है कि अमेरिका का लोकतंत्र किस तरह एक बड़ा संकट लेकर आया है|
डोनाल्ड ट्रंप पर चीन हुआ नाराज
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के आधिकारिक अखबार पीपल्स डेली ने लिखा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव ने लोकतंत्र की बुराई को सामने ला दिया है|
ख़ास बात ये है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव प्रचार अभियान के दौरान चीन ने ट्रंप का समर्थन किया था| उस दौरान चीन की मीडिया ने ट्रंप को साउथ चाइना सी सहित चीन की विदेश नीति के अन्य पहलुओं के लिए सही उम्मीदवार ठहराया था| हालांकि तब भी यह खबरें सामने आई थीं कि चीन ‘मुंह में राम, बगल में छुरी’ की नीयत वाला देश है।
चीन ने ट्रेड सरप्लस के चलते 2015 में अमेरिका से 366 बिलियन डॉलर कमाए| ट्रंप इस मुद्दे पर ठोस नीति बनाने की बात करते आए हैं|वहीँ, अपने चुनाव प्रचार में डॉनल्ड ट्रंप अमेरिकियों को खोई हुई नौकरियां वापस दिलाने की बात करते रहे हैं| इसके लिए अगर ट्रंप कोई ठोस कदम उठाते हैं तो यह चीन के लिए खतरे की घंटी है|
एशिया के शक्ति संतुलन के लिहाज से चीन के नुकसान में ही भारत का फायदा छिपा है| माना जा रहा है कि ट्रंप के कार्यकाल में चीन पर भारत से अधिक प्रभाव पड़ेगा| यह बात भी चीन को हजम नहीं हो रही|