जीतनराम मांझी का ये बड़ा बयान-द नहीं JDU के दरवाजे, RJD बोला- जाना है तो जाएं

बिहार में विपक्षी महागठबंधन (Grand Alliance) में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के जेल में रहने तथा उनके उत्‍तराधिकारी तेजस्‍वी यादव (Tejashwi Yadav) के इन दिनों राजनीति से दूर रहने के कारण राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) नेतृत्‍वविहीन हालत में है। उधर, महागठबंधन के घटक दल हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) अकेले लड़ने की घोषणा कर दी है।
इसके साथ यह चर्चा हाेने लगी है कि क्‍या मांझी फिर राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंध्‍न (NDA) में जा रहे हैं? इसपर राजनीति भी गर्म हो गई है। उनके बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए आरजेडी ने कहा कि महागठबंधन में जिसे रहना है रहें, जिसे जाना है जाएं। जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने कहा है कि मांझी के लिए दरवाजे बंद नहीं हैं।
मांझी ने कही थी ये बात
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और ‘हम’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि हर बार उन्‍हें ठगा जाता है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जरूरत पड़ी तो उनकी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव अकेली लड़ेगी।
मांझी ने कहा कि पहले एनडीए में, फिर महागठबंधन में उन्हें ठगा गया। उन्हें लोकसभा के चुनाव (Lok Sabha Election) में केवल तीन सीटें दी गईं। साथ ही तीन में से दो सीटों पर कांग्रेस और आरजेडी के प्रत्याशियों को चुनाव लड़ाया गया। इससे उनकी पार्टी में काफी आक्रोश है। पार्टी के अधिकांश सदस्यों का मानना है कि स्वतंत्र पहचान के लिए अकेले ही चुनाव लड़ना चाहिए। उन्‍होंने कांशी राम (Kanshi Ram) की राह पर राजनीति करने की बात कहते हुए आरोप लगाया कि अब महागठबंधन में कोई समन्वय नहीं बचा है।
मांझी के बयान पर राजनीति गरमाई 
मांझी के इस बयान के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई है। इसपर जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह (RCP Singh) ने कहा कि मांझी के लिए दरवाजे बंद नहीं हैं। उन्‍होंने कहा कि कौन कहां है, क्या कर रहा है, इससे मतलब नहीं, हमारा दरवाज़ा न खुला हुआ है और न ही बंद है। जहां तक महागठबंधन की बात है, उसमें भगदड़ स्वाभाविक है।
इस मुद्दे पर जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी (KC Tyagi) ने कहा कि जीतन राम मांझी के साथ सबसे बड़ा न्याय नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने ही किया। मुसहर जाति के व्‍यक्ति को मुख्‍यमंत्री बना नीतीश कुमार ने महात्‍मा गांधी के सपनों को सकार किया था। केसी त्यागी की वापसी पर उन्‍होंने कहा कि इसका फैसला पार्टी सुप्रीमो नीतीश कुमार  करेंगे।

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