जानिए, क्यों महिलाएं दिल में छुपाकर नहीं रख पातीं दिल की बात, वजह कहीं ये श्राप तो नहीं

अक्सर कहा जाता है कि महिलाएं हमेशा अपने विचारों को दूसरों के साथ साझा करने के लिए तैयार रहती हैं। खासकर, जब उन्हें किसी बात को गुप्त रखने के लिए कहा जाता है। इसके कई तार्किक और पौराणिक कारण भी बताए गए हैं।जानिए, क्यों महिलाएं दिल में छुपाकर नहीं रख पातीं दिल की बात, वजह कहीं ये श्राप तो नहीं

युधिष्ठिर का अभिशाप
महाभारत युद्ध के दौरान कर्ण की मृत्यु के बाद युधिष्ठिर को अपनी मां कुंती से यह पता चला कि कर्ण उनके भाई थे। इस बात पर दुखी युधिष्ठिर ने उसी समय श्राप दिया कि अब से कोई भी महिला किसी बात को नहीं छिपा सकेगी।उत्सुक प्रवृत्ति
ब्रिटिश स्किनकेयर कंपनी द्वारा किए गए एक शोध में पाया गया कि महिलाएं केवल 32 मिनट तक कोई बात गुप्त रख सकती हैं। इसके पीछे कई कारण बताए गए हैं, लेकिन सबसे प्रमुख है उनका उत्सुक प्रवृत्ति का होना था। जब बात किसी रहस्य को छिपाने की आती है, तो महिलाएं इसको लेकर ज्यादा आवेश में आ जाती हैं और दूसरों से इसे साझा कर देती हैं।ध्यान आकर्षित
ऐसा माना जाता है कि महिलाएं किसी जानकारी को इसलिए दूसरों के साथ साझा करती हैं, क्योंकि उन्हें अपनी ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करने की आवश्यकता महससू होती है।

आखिर कह ही दिया !
ब्रिटेन में हुए एक शोध में यह पाया गया कि एक औसत महिला किसी गुप्त बात को 47 घंटे से ज्यादा छिपाकर नहीं रख सकती। शोधकर्ताओं ने पाया कि महिलाएं गपशप करने के लिए उतावली रहती हैं। वे किसी बात को दूसरे व्यक्ति से कम से कम 15 मिनट और अधिकतम 47 घंटे के अंदर साझा कर देती हैं। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि उनके पास किस प्रकार की जानकारी है। जैसे दोस्त के बारे में, पति के बारे में, घर के किसी सदस्य के बारे में या किसी अन्य के बारे में। इस शोध के लिए 18 वर्ष से 65 वर्ष की उम्र की तीन हजार महिलाओं को शामिल किया गया था। ‘वाइन्स ऑफ चिले’ द्वारा किए इस शोध में 10 में से चार महिलाओं ने माना कि वह किसी भी बात को गुप्त रखने में असमर्थ थीं। उन्हें इस बात से कोई मतलब नहीं था कि उनके पास कोई बहुत ही व्यक्तिगत जानकारी है ।वहीं ‘जर्नल ऑफ पर्सनालिटी एंड सोशल साइकोलॉजी’ में प्रकाशित एक शोध में पाया गया कि महिलाएं गुप्त बातों को छिपाने से ज्यादा उसके बारे में सोचती रहती हैं। इस शोध को करने वाले शोधकर्ता और कोलंबिया बिजनेस स्कूल के मैनेजमेंट डिविजन में असिस्टेंट प्रोफेसर माइकल स्लेपियन कहते हैं, “जब आपको कोई गुप्त बात पता है और इसे गुप्त रखना चाहते हैं, तब आप हमेशा इसी के बारे में सोचते रहते हैं। जब आप हर समय किसी ने किसी चीज के बारे में चिंतन कर रहे होते हैं, तब किसी बात को गुप्त रखने की संभावना बहुत कम रह जाती है।
Back to top button