जानिए क्या होता हैं पक्षियों द्वारा शगुन-अपशगुन का बताना

प्राचीनकाल से ही हमारे देश में शगुन अपशगुन की बातें सुनने को मिल जाती हैं। इन सबके बारे में हमारे यहां काफी कुछ लिखा गया है। हालांकि इन सभी बातों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है लेकिन लोगों में इसका विश्वास बरकरार है। ऐसा ही तोता और कबूतर के बारे में कहा जाता है। इनसे जुड़े शगुन और अपशगुन सबसे ज्यादा माने जाते हैं। आइए जानते हैं क्या हैं इनसे जुड़े शगुन और अपशगुन…जानिए क्या होता हैं पक्षियों द्वारा शगुन-अपशगुन का बताना

यात्रा में मिले चिड़ियों का झुंड
माना जाता है अगर आप यात्रा कर रहे हैं और आपको चिड़ियों का झुंड भयभीत होकर उड़ता दिखाई दे तो यह बहुत बड़ा अपशगुन माना जाता है। अगर ऐसा होता है तो आप यात्रा को तुरंत रोक दें या फिर मंदिर जाकर भगवान को प्रसाद जरूर चढ़ाएं।

रास्ते में मिल जाए बतक
अगर आप कहीं जा रहे हैं और आपको रास्ते में बतक या सारस जमीन पर लेफ्ट साइड मिल जाए तो यह अपशगुन माना जाता है। इससे अशुभता से बचने के लिए आप श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।

सूखे पेड़ पर मिले तोता
आपको रास्ते में सूखे पेड़ या सूखे पहाड़ पर तोता बोलता नजर आए तो यह बंधन दोष होता है। इसस अपशगुन से बचने के लिए आप रात को 11 बार निम्नोक्त मंत्र का जप करें। आपको सभी अनिष्टों से मुक्ति मिलेगी।

मार्ग पर मिल जाए कौआ, बिल्ली
अचानक मार्ग पर जाते समय यदि कौआ, बिल्ली इत्यादि का दिखना शुभ नहीं माना जाता है। वहीं, हंस, गाय, सफेद वस्तु, तोता दिखना शुभ माना जाता है। यात्रा के दौरान नेवले का दिखना भी बेहद शुभ शगुन माना जाता है।

अचानक मिले कबूतर
बाहर जाते समय अचानक कबूतर आपके राइट साइड मिले तो यह आपके भाई व परिजनों के लिए अशुभ है। वहीं लड़ाई करता मोर राइट साइड शरीर पर आकर गिरे तो यह भी अपशगुन माना जाता है। ये सारी बातें मान्यताओं पर ही आधारित हैं और आज के युग में अंधविश्वास समझी जाती हैं।

इस तरह करें उल्लू से बचाव
माना जाता है उल्लू की एक प्रजाती है घुग्घू अगर वो लेफ्ट साइड बोलता मिले या पीठ पीछे बोलता है तो यह अपशगुन माना जाता है। इससे आपके शत्रु बढ़ जाते हैं। वहीं अगर तीन दिन तक किसी घर के ऊपर बोलता दिखाई दे तो वहां किसी सदस्य के साथ अशुभ हो सकता है। हालांकि यह केवल मान्यताएं हैं, इनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। फिर भी मन शांत करने के लिए अपने इष्टदेव का ध्यान करें और अपनी राशि के अधिपति देवता के मंत्र का जप करें और मंदिर जाकर प्रसाद लगाएं।

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