जम्मू-कश्मीर में सेना के साथ ट्रेनिंग लेंगे धोनी, जनरल बिपिन रावत ने दी मंजूरी

फाइल फोटो
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को पैराशूट रेजिमेंट के साथ दो महीने ट्रेनिंग की मंजूरी प्रदान कर दी है। सेना के शीर्ष सूत्रों ने यह जानकारी दी। प्रादेशिक सेना की पैराशूट रेजिमेंट में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल धोनी ने इस आशय का आग्रह किया था। अब धोनी दो महीने पैराशूट रेजिमेंट के साथ ट्रेनिंग करेंगे जिसमें कुछ समय जम्मू एवं कश्मीर में भी व्यतीत होगा। हालांकि सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि धोनी सेना के किसी सक्रिय अभियान का हिस्सा नहीं होंगे।   

…तो अब धोनी को करना होगा भविष्य पर फैसला

महेंद्र सिंह धोनी ने वेस्टइंडीज दौरे के लिए अपनी अनुप्लब्धता बता कर चयनकर्ताओं का काम फिलहाल आसान कर दिया, लेकिन टीम इंडिया के भविष्य को लेकर बनी रूपरेखा ने धोनी की मुश्किलों को बढ़ा दिया है।

मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने साफ किया है कि उनकी भविष्य की योजनाओं में ऋषभ पंत हैं और वह उन्हें ज्यादा से ज्यादा मौके प्रदान करना चाहेंगे। प्रसाद का यह बयान धोनी पर खुद के भविष्य का फैसला करने के लिए बड़ा दबाव बनाएगा। बड़ी बात यह भी है कि प्रसाद ने टीम की भविष्य की योजनाओं के बारे में धोनी को अवगत भी करा दिया है।

चयनकर्ताओं ने पंत को क्रिकेट तीनों संस्करणों की टीम में चुनकर यह साफ बता दिया है कि वह उनकी योजनाओं का मुख्य हिस्सा हैं। तीन अगस्त से तीन सितंबर तक के वेस्टइंडीज दौरे के बाद जब चयनकर्ता दक्षिण अफ्रीका के साथ घर में होने वाले तीन टी-20 मैचों के लिए टीम का चयन करेंगे तो धोनी का मुद्दा एक बार फिर उनके सामने होगा। अगले साल टी-20 विश्व कप होना है। 


मुख्य चयनकर्ता के बयान से यह साफ लगता है कि इस विश्व कप में बतौर विकेट कीपर पंत पर ही उनका निवेश होगा। प्रसाद ने स्पष्ट किया है कि संन्यास का फैसला लेना धोनी जैसे दिग्गज क्रिकेटर का अपना फैसला होगा, लेकिन टीम के लिए भविष्य का रोडमैप तैयार करना उनका काम है और वह इसमें अब पूरी तरह स्पष्ट हैं। हालांकि प्रसाद ने यह भी कहा है कि जब वह फिट होंगे और अपनी उपलब्धता बताएंगे तो उस समय इस मसले को देखेंगे। 

नंबर वन विकेट कीपर पंत तो धोनी की कैसे बनेगी जगह

प्रसाद के बयान से यह भी साफ है कि क्रिकेट के तीनों संस्करणों में टीम के नंबर एक विकेट कीपर ऋषभ पंत होंगे। ऐसे में धोनी की टीम में जगह बनना मुश्किल है। बतौर विकेट कीपर ही अब तक उनकी टीम में जगह बन रही थी। इस वक्त जिस तरह धोनी बल्लेबाजी कर रहे हैं। उन्हें बतौर बल्लेबाज खिलाए जाने का अवसर नहीं बनता है। यही सारी बातें धोनी को संन्यास के लिए जबरदस्त दबाव बनाएंगी।

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