घर को रखना हो वास्तु दोष से मुक्त तो करें ये काम
आज के समय में हर व्यक्ति घर को बनवाते समय वास्तु के सिद्धांतों का पालन करता हैं। घर में इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं के संबंध में भी वास्तु का बहुत महत्व होता है। हम कौन सी वस्तु किस दिशा में रख रहे हैं, इसका सीधा असर हमारे जीवन पर पड़ता है। जिससे हमें अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आज आपको बताएंगे कि कैसे घर को वास्तु दोष से मुक्त रखा जा सकता है।
सप्ताह में कम से कम एक बार गंगाजल या गौमूत्र से घर में छिड़काव करें।
घर में सकारात्मक ऊर्जा के लिए मधुर झंकार देने वाली वस्तु को घर के प्रवेश द्वार पर टांग सकते हैं। पांच से ज्यादा छड़ें हों तो बेहतर।
मधुर संगीत उत्पन्न करने वाली घड़ी घर में ऊर्जा का संतुलन बनाती है लेकिन ऐसी घड़ी घर के बाहर बरामदे में या गैलरी में नहीं लगानी चाहिए।
भगवान का चित्र आवासीय एवं व्यावसायिक दोनों ही स्थानों पर रखा जाना चाहिए। इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
सप्ताह के किसी एक दिन की साफ-सफाई करने के बाद एक बाल्टी पानी में थोड़ी शक्कर और दूध डालकर कुश से उसका छिड़काव पूरे घर में करें। आखिर में शेष पानी को दरवाजे की दोनों ओर थोड़ा-थोड़ा डाल दें। इससे वास्तुशुद्धि होती है।
घर की चौखट पर कभी पैर न रखें और न किसी को रखने दें।
घर के मुख्य दरवाजे पर कोई भी बाधा नहीं होनी चाहिए। जैसे पौधे, कोई पेड़, सीढिय़ां, खंभा आदि।
दरवाजे और खिड़कियों के खुलते-बंद होते समय आवाज नहीं आनी चाहिए। यदि ऐसा है तो इन्हें तुरंत ठीक करवा लें, इससे परिवार में झगड़े होते हैं।
दरवाजे-खिड़कियां टूटे हुए नहीं हों।
घर की सभी खिड़कियों का आकार-प्रकार और साइज एक जैसा होना चाहिए।
खिड़कियों का आयताकार आकार सबसे उत्तम माना गया है। फैंसी व अनियमित आकार के खिड़की-दरवाजे लगाने से बचना चाहिए।
घर की चौखट को हमेशा साफ-सुथरा रखें। समय-समय पर रंगोली आदि भी बनाएं। शाम के समय दीया या लाइट अवश्य जलाएं जिससे दरवाजे पर प्रकाश हो।