कोरोना वायरस संक्रमण के लिहाज से UK में हालात दिन-ब-दिन होते जा रहे गंभीर, बीते 11 दिन में मिले 73 फीसद कोरोना संक्रमित मरीज

कोरोना वायरस संक्रमण के लिहाज से उत्तराखंड में हालात दिन-ब-दिन गंभीर होते जा रहे हैं। वजह यह कि बीते कुछ दिनों में संक्रमण के जो नए मामले सामने आए हैं, वह कहीं न कहीं वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन (सामुदायिक फैलाव) की तरफ इशारा कर रहे हैं। खासकर देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर और नैनीताल में ऐसे मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। प्रदेश में बीते 11 दिन में 73 फीसद कोरोना संक्रमित मरीज मिले। 

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े भी इसकी तस्दीक करते हैं। 10 से 20 जुलाई के बीच राज्य में जो 1337 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं, उनमें 44 फीसद पूर्व में संक्रमित पाए गए मरीजों के संपर्क में आए थे। ऐसे मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या हरिद्वार में मिली है। यहां बीते 11 दिन में मिले मरीजों में से 73 फीसद ऐसे हैं, जो पहले से संक्रमितों के संपर्क में आए, जबकि दून में यह आंकड़ा नए मामलों का 43 फीसद है। संपर्को में बढ़ता संक्रमण का यह ग्राफ आने वाले दिनों में चुनौतियां और बढ़ा सकता है।

प्रदेश में कोरोना की दस्तक हुए चार माह से अधिक का समय बीत चुका है। बीती 15 मार्च को यहां पर संक्रमण का पहला मामला सामने आया था। शुरुआत में संक्रमण के जो मामले मिले, उनकी ट्रेवल हिस्ट्री विदेश से जुड़ी रही। वहीं अप्रैल के पहले सप्ताह में तब्लीगी जमात के निजामुद्दीन (दिल्ली) स्थित मरकज और अन्य जमात से वापस लौटे जमातियों और इनके संपर्क मे आए लोगों के पॉजिटिव मिलने से कोरोना का ग्राफ बढ़ गया। इस बीच सरकार और शासन-प्रशासन ने सख्ती दिखाई तो हालात पर काबू पा लिया गया, लेकिन लॉकडाउन के तीसरे चरण में मिली छूट ने फिर परेशानी बढ़ानी शुरू कर दी। 

विभिन्न राज्यों से वापस लौटे प्रवासियों के कारण कोराना संक्रमण का ग्राफ अचानक बढ़ गया। इस परिस्थिति से भी प्रदेश ने कुछ हद तक पार पा लिया था, लेकिन इस बीच अनलॉक शुरू होने से कोरोना वायरस ने अपना स्वरूप बदल लिया। अब प्रवासियों के अलावा स्थानीय स्तर पर या जाने-अनजाने पूर्व में संक्रमित मिले मरीजों के संपर्क में आए लोग भी पॉजिटिव मिलने लगे हैं। पिछले 11 दिन में स्थानीय स्तर पर कोरोना संक्रमण के जो नए मामले सामने आए हैं, उनसे चिंता ही नहीं बल्कि सिस्टम के सामने चुनौतियां भी बढ़ गई हैं।

स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़े बताते हैं कि 10 से 20 जुलाई के बीच हरिद्वार में संक्रमण के जो 390 मामले मिले हैं, उनमें 285 लोग ऐसे हैं, जो पूर्व में संक्रमित मिले मरीजों के संपर्क में आए। देहरादून में भी स्थिति गंभीर है। यहां भी इस दौरान संक्रमण के जो 309 मामले आए, उनमें 133 लोग पूर्व में संक्रमित मिले मरीजों के संपर्क में आए थे।

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