कोकाकोला, इंफोसिस घटाएंगी अपना प्लास्टिक प्रदूषण

प्लास्टिक से पर्यावरण को होने वाला नुकसान कम करने के लिए कई कंपनियों ने प्लास्टिक-जनित प्रदूषण रोकने या घटाने की शपथ ली है। इनमें दुनिया की अग्रणी बेवरेज कंपनी कोका कोला, देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस लिमिटेड और दुनिया की अग्रणी होटल चेन हिल्टन ग्रुप जैसी दिग्गज कंपनियों के नाम शामिल हैं।

कोका कोला इंडिया एंड साउथ वेस्ट एशिया के वाइस प्रेसिडेंट (पब्लिक अफेयर्स एंड कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस) इश्तियाक अमजद ने कहा कि कंपनी ने वर्ष 2030 तक बाजार में उतारने वाले हर प्लास्टिक पैकेज के बदले एक पैकेज वापस हासिल करने और उसे रिसाइकिल करने का लक्ष्य रखा है।

एक बयान में उन्होंने कहा कि कंपनी अपनी पूरी पैकेजिंग को रिसाइकिल योग्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। अमजद का कहना था कि कंपनी ने भारत में इस तरह की गतिविधियों की शुरुआत कुछ वर्ष पहले ही कर दी थी और उसे उम्मीद है कि समय-सीमा से पहले वह अपना लक्ष्य हासिल कर लेगी।

विश्व पर्यावरण दिवस पर शुरुआत

कंपनी ने कहा कि उसकी बॉटलिंग पार्टनर हिंदुस्तान कोकाकोला बेवरेजेज ने मुंबई और गोवा में रिसाइक्लिंग परियोजना की शुरुआत की है। इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस (पांच जून) के मौके पर कंपनी भोपाल में रिसाइक्लिंग परियोजना की शुरुआत कर रही है।

वहीं, कंपनी के प्लास्टिक के निस्तारण के लिए रिहाइशी और व्यावसायिक इलाकों में स्रोत पर ही कचरे को अलग-अलग हिस्सों में बांटने की आदत को बढ़ावा दे रही है। गौरतलब है कि युनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी), इंडियन सेंटर फॉर प्लास्टिक इन एन्वॉयर्नमेंट (आइसीपीई) तथा गैर-सरकारी संस्था स्त्री मुक्ति संगठन के संयुक्त प्रयासों से उपयोग किए जा चुके प्लास्टिक की रिसाइक्लिंग से चक्रीय अर्थव्यवस्था तैयार करने की कोशिशें की जा रही हैं।

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इंफोसिस ने भी शुरू की पहल

आईटी दिग्गज इन्फोसिस ने भी वर्ष 2020 तक अपने कैंपस को रिसाइकिल नहीं होने योग्य प्लास्टिक से मुक्त कर देने की शपथ ली है। कंपनी ने कहा है कि वह खास तरह की पानी की बोतलों, प्लास्टिक कैरी बैग, चटनी और सॉस व अन्य तरह के खाद्य पदार्थों के छोटे पैकेट, कूड़ेदान का पॉलीथिन बैग और बिजनेस कार्ड होल्डर जैसी चीजों को प्रकृति-अनुकूल पदार्थों से बनी चीजों से बदलने के उपायों पर काम कर रही है।

हिल्टन ग्रुप भी इस मुहिम में होगा शामिल

इसके अलावा भारत में सात होटल समेत 100 से ज्यादा देशों में 5,300 होटल चलाने वाले हिल्टन ग्रुप ने अपने होटल में कॉन्फ्रेंस और आयोजनों के मौके पर उपयोग होने वाले प्लास्टिक स्ट्रॉ (पेय पदार्थों की चुस्की के लिए ग्लास में दी जाने वाली पाइप) का उपयोग इस वर्ष के अंत तक खत्म कर देने का लक्ष्य रखा है।

समुद्र में डाले गए कचरे में भारत की हिस्सेदारी 60 फीसद

इसके अलावा बीयर कैफे ने एक बयान में कहा कि वह प्लास्टिक की पांच से 10 तक खाली बोतल लाने वालों को 10 फीसद, जबकि 10-15 तक बोतल लाने वालों को 15 फीसद छूट देगी। गौरतलब है कि विश्व आर्थिक मंच के आंकड़ों के मुताबिक भारत में हर वर्ष करीब 56 लाख टन प्लास्टिक कचरे का उत्सर्जन होता है। दुनियाभर में समुद्र में डाले गए प्लास्टिक कचरे में 60 फीसद हिस्सेदारी अकेले भारत की है।

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