केदारनाथ में इस बार अत्यधिक बर्फबारी के कारण सीमित संख्या में ही श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति दी जाएगी

केदारनाथ में इस बार अत्यधिक बर्फबारी के कारण सीमित संख्या में ही श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति दी जाएगी। सरकार वहां की स्थिति देख कर ही श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति देगी। इसके साथ ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए उनका रजिस्ट्रेशन भी किया जाएगा।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शनिवारक को जयपुर में भाजपा मुख्यालय में यह जानकारी दी। रातव ने बताया कि चारधाम यात्रा की तैयारियां चल रही है, लेकिन इस बार बर्फबारी बहुत ज्यादा हुई है। कई जगह 32 फुट तक बर्फ जीम हुई है। केदानाथ में सर्दी भी बहुत ज्यादा है। ऐसे में इस बार वहां की स्थिति देखते हुए ही श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति दी जाएगी। अन्य स्थानों पर ज्यादा समस्या नहीं है, लेकिन केदारनाथ में विशेष व्यवस्था करेंगे।

उन्होंने बताया कि बद्रीनाथ और केदानाथ में किसी भी आपात स्थिति में बचाव के लिए एयरलिफट की सुविधा भी रहेगी। यह सुविधा छह माह तक हमेशा बनी रहेगी। शुरूआत मे पांच छह दिन तक श्रद्धालुओंं के खाने पीने की व्यवस्थाा सरकार की ओर से की जाएगी।

रावत ने दावा किया कि उत्तराखंड में इस बार जो मतदान हुआ है, उससे साफ लग रहा है इस बार पिछली बार से कहीं ज्यादा मत भाजपा को मिलेेंगे और सभी पांच सीटें भाजपा को मिलेगी। उन्होंने कहा कि आज देश की युवा पीढी की आकांक्षाओं के पूरे होने का समय आ रहा है और इसीलिए युवा मोदी को चाहते है। कांंग्रेस ने 55 साल राज किया, जबकि मोदी को 55 महीने मिले है, लेकिन इस समय में भी मोदी ने बहुत शानदार काम किया है।

आज से पांच साल पहले दुनिया में भारत का जो सम्मान था, उसके मुकाबले आज की स्थिति में बहुत अंतर हैं। अमेरिका ने एक समय मोदी के आने पर प्रतिबंध लगा दिया था, वहीं अमेरिका आज रेड कार्पेट बिछा कर उनका स्वागत करता है। रावत ने कहा कि हमारे सैनिकों के पास ताकत और साहस पहले से थी, लेकिन निर्णय करने वालों में इच्छाशक्ति की कमी थी। हमे अपनी सेना पर भरोसा नहीं था। यह भरोसा और इच्छाशक्ति प्रधानमंत्री मोदी ने दिखाई है।

कांग्रेस गरीबी हटाओ के नारे तो देती रही, लेकिन जो काम किया जाना था, वह नहीं किया गया। रावत ने कहा कि आज विदेशी पर्यटकों में रिकार्ड बढोतरी हुई है। उत्तराखंड में दो साल पहले तक 2.80 करोड पर्यटक आते थे, लेकिन पिछले दो वर्ष में चार करोड से ज्यादा पर्यटक आए है। हमने यहां ऐसी सुविधाएं विकसित की हेै कि लोग यहां आना चाहते है। आज 16 हजार करोड की लागत से रेलवे लाइन बिछाई जा रही है। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री तक के लिए रेलवे सर्वे का काम पूरा हो गया है।

भारतमाला परियोजना के तहत उत्तराखंड में नौ हजार करोड की लागत से सडकों का निमाण होगा। यह काम पहले भी हो सकते थे, लेकिन इच्छाशक्ति का अभाव था। देश की आजादी के 75 वर्ष में देश की तस्वीर क्या होगी, यह प्रधामंत्री के दिमाग में साफ है, इसीलिए आज देश मोदी जी को मांग रहा है।

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