केंद्र सरकार की पहल पर जुड़ेंगे देशभर के सेवायोजन कार्यालय, UP में बेरोजगारों को मिलेंगे नौकरी के अधिक अवसर

केंद्र सरकार की पहल पर देशभर के सेवायोजन कार्यालय एक साथ जुड़ जाएंगे। डिजिटल इंडिया के तहत कार्यालयों को जोडऩे की कवायद शुरू हो गई है। राजधानी समेत प्रदेश के 92 समेत देश के 956 सेवायोजन कार्यालयों को लिंक किया जाएगा। इससे न केवल बेरोजगारों को नौकरी के अधिक अवसर मिलेंगे बल्कि कंपनियों को भी युवाओं के चयन में आसानी होगी।

केंद्रीय श्रम एवं रोजगार विभाग की ओर से नेशनल करियर सर्विस (एनसीएस) का गठन किया गया है। इसके गठन के पीछे मंशा यह है कि अधिक से अधिक कंपनियों को एक साथ जोड़ा जाय और देश के किसी भी कोने में रहने वाले बेरोजगारों को रोजगार की जानकारी हो सके। प्रदेश के सभी 92 सेवायोजन कार्यालयों को एनसीएस से जोडऩे की कवायद पिछले वर्ष से शुरू हुई थी। सभी को जोडऩे का कार्य अंतिम चरण में पहुंच चुका है। राजधानी के लालबाग स्थित क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय को जोडऩे की प्रक्रिया पूरी हो गई है। एनसीएस से जुडऩे से प्रदेश में पंजीकृत 70 लाख से अधिक बेरोजगारों को न केवल एक साथ नौकरी के अवसर मिलेंगे बल्कि सेवायोजन के वेबपोर्टल पर पंजीकृत संस्थाएं योग्य बेरोजगारों से सीधे संपर्क कर उनका साक्षात्कार लेकर नौकरी देंगी।

ऑनलाइन होंगी नौ लाख कंपनियां

एनसीएस में नौ लाख नौकरी देने वाली कंपनियों को जोड़ा जाएगा। 52 सेक्टरों में 27,000 तरह के रोजगार देने वाली ये कपंनियां देश के सभी 956 सेवायोजन कार्यालयों में पंजीकृत 26.88 मिलियन बेरोजगार हैं। इसके साथ ही बेरोजगार तकनीकी प्रशिक्षण के लिए वेबपोर्टल (यूपीएसडीएम.जीओवी.इन) पर पंजीयन करा सकते हैं। प्रदेश में 46 लाख बेरोजगार प्रशिक्षण की कतार में खड़े हैं। 186 सरकारी और 149 निजी प्रशिक्षण केंद्रों को पंजीकृत किया गया है। उप निदेशक सेवायोजन मनोज कुमार सिंह ने बताया कि ऑनलाइन कनेक्टिविटी से बेरोजगारों को फायदा होगा।

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