कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा- पार्टी को बचाने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के बाद कांग्रेस के भीतर भारी उथल-पुथल जारी है। विवादों में घिरी पार्टी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने भी सख्त तेवर दिखाएं हैं। पार्टी के अध्यक्ष के चुनाव के तैयारियों के बीच रविवार को कहा कि “कठपुतली अध्यक्ष” बनाकर पार्टी को नहीं बचाया जा सकता। उन्होंने कहा कि पार्टी को बचाने के लिए ठोक कदम उठाने होंगे.

समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में चव्हाण ने कहा कि, अगर राहुल गांधी अध्यक्ष नहीं बनना चाहते हैं तो पार्टी को किसी विकल्प की तलाश करनी चाहिए। साथ ही उसे चुनाव के जरिए चुना जाना चाहिए। अगर “कठपुतली अध्यक्ष” बनाकर ‘बैकसीट ड्राइविंग’ करने की कोशिश की गई तो कांग्रेस नहीं बच पाएगी।

“गुलाम नबी आजाद का इस्तीफा दुर्भाग्यपूर्ण”

गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के सवाल पर कहा कि, “उनका इस्तीफा दुर्भाग्यपूर्ण है। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में चुनाव होने हैं। जम्मू-कश्मीर में एक बहुत ही कनिष्ठ तारिक हमीद कर्रा को राजनीतिक मामलों की समिति (PAC) का प्रमुख बनाया गया था और आजाद साहब को सदस्य बनाया गया था। इसका क्या कारण था? इस पर चर्चा होनी चाहिए थी।”

राहुल गांधी पर गुलाम नबी के आरोप पर चव्हाण ने कहा कि इस वह कुछ नहीं कह सकते। ये उनके निजी विचार हैं। उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण मुद्दा यह है कि अगर राहुल गांधी ने कहा है कि न तो वह और न ही उनके परिवार से कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष होगा, तो उन पर विश्वास क्यों नहीं किया जाना चाहिए?

“24 साल पहले हुए था चुनाव”

चव्हाण ने साक्षात्कार में कहा कि, “कांग्रेस के संविधान के मुताबिक सभी पदों पर चुनाव होना चाहिए। 24 साल पहले सीताराम केसरी के समय आखिरी बार संगठन के चुनाव हुए थे। अब सभी पदों पर अध्यक्ष द्वारा नामित लोग होते हैं। निर्वाचित लोग अध्यक्ष को सही सलाह देते हैं। नामित लोग ऐसा नहीं करते। इसी वजह से पार्टी हारती है।”

कांग्रेस के ‘जी 23’ के सदस्य रहे चव्हाण ने कहा, “जी- 23 के पत्र के सुझाव के बाद पार्टी ने कुछ छोटे-छोटे कदम जरूर उठाए गए हैं। हमने चिंतन के लिए इसलिए कहा था कि हम दो लोकसभा चुनाव हारे, करीब 40 विधानसभा चुनाव हारे। इस पर कोई चिंतन शिविर हुआ क्या? अगर हम चिंतन नहीं करेंगे तो ऐसे ही चलता रहेगा।”

“जिसको चुनाव लड़ना है पर्चा भरे”

कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अशोक गहलोत और कुछ अन्य नेताओं के नामों की चर्चा पर चव्हाण ने कहा, “जिसको पर्चा भरना है, वो सामने आएगा। उल्टी प्रक्रिया क्यों खड़ी कर रहे हैं? आप पहले से नाम सुनिश्चित करेंगे और फिर चुनाव कराएंगे, ऐसा कभी होता है क्या? चुनाव कराइए, जिसको लड़ना होगा, वह लड़ेगा।”

बता दें कि नए अध्यक्ष के चुनाव की तारीख कांग्रेस पार्टी ने तय कर दी है। 17 अक्टूबर को पार्टी के नए अध्यक्ष के लिए वोटिंग होगी। 19 अक्टूबर को काउंटिंग होगी। इससे पहले कांग्रेस वर्किंग कमेटी की वर्चुअल बैठक हुई। इसमें अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और प्रियंका गांधी के साथ पार्टी सांसद राहुल गांधी भी शामिल हुए।

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