शेखपुरा। करोड़पति समझकर विवाहिता युवती को अपने प्रेम जाल में फंसा कर युवक ने शादी रचा ली। जब उसे पता चला कि लड़की उतनी अमीर नहीं है, जितना उसे लगा था तो उसने पत्नी को गलत नेचर का कह अपनाने से इनकार कर दिया। पति की बेवफाई से आहत पत्नी सोमवार को भूखे-प्यासे इंसाफ के लिए पति के चौखट पर बैठ गई। महिला के पास जुट गए गांव के लोग…
यह घटना बिहार के शेखपुरा जिले के हथियामा थाना क्षेत्र के गवई गांव की है। पति के चौखट पर बैठी पत्नी के पास गांव के लोगों की भीड़ जुट गई। महिला सुमन ने बताया कि उसकी मां के गुजर जाने के बाद पिता हमेशा नशे में रहने लगे थे। बुआ ने मेरी शादी लखीसराय जिले के पिपरिया गांव में करवा दिया था। पहला पति मुझे बेरहमी से पीटता था। रोज होने वाली मारपीट से तंग आकर मैं वापस अपने बुआ के पास पंजाब चली गई।
शादी के दो साल बाद भी पति नहीं ले गया अपने घर
कुछ समय बाद मैं पंजाब से अपने मौसी के घर बरबीघा थाना क्षेत्र के धरसेनी गांव में रहने लगी। यहीं मेरी मुलाकात अमित सिंह से हुई थी। वह मुझसे प्यार करने की बाते कहता और जिंदगीभर साथ रखने का वादा करता था। मैं वापस अपने बुआ के यहां पंजाब गई तो अमित वहां भी आ गया। अमित ने पंजाब में कोर्ट में मुझसे शादी की। उसने कहा था कि मेरी बहन की शादी होने वाली है। इसके बाद तुम्हें अपने घर ले जाऊंगा।
शादी के बाद वह मुझे कभी राजगीर तो कभी गया। कई जगह घुमाने ले गए। मैं मौसी के घर रहती थी। वह वहां भी आते रहते थे। सादी के दो साल गुजर जाने के बाद भी जब वह मुझे अपने घर ले जाने को तैयार न हुए तो मैं जिद करने लगी। मैं जब भी ससुराल जाने की बात कहती तो वह बहाना बनाकर टाल देते। जब अमित को पता चला कि मेरे पास संपत्ति नहीं है तो उन्होंने मुझे पहचानने से भी इनकार कर दिया। अमित ने अपना फोन नं. भी बदल लिया था।
सुमन पति के घर की चौखट पर कई घंटे बैठी रही। न पति और न उसके घर का कोई सदस्य उसके पास आया। सूचना मिलने पर गांव के सरपंच कमल राम उसे अपने घर ले गए और खाना खिलाया। सरपंच ने सुमन को इंसाफ दिलाने का भरोसा दिया है। सरपंच ने कहा कि दोनों की शादी की जानकारी उसे थी। अमित के माता-पिता को समझाने की कोशिश की जा रही है