उत्तराखंड बस हादसा: गहरी खाई में गिरी बस, 48 लोगों की हुई मौत

देहरादून। उत्तराखंड के पौडी जिले में रविवार को एक बस के गहरे खड्ड में गिर जाने से उसमें सवार 48 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 10 अन्य घायल हो गए। पौडी के पुलिस अधीक्षक जगतराम जोशी ने ‘भाषा‘ को बताया कि हादसा सुबह करीब साढ़े आठ बजे उस समय हुआ जब भौन से रामनगर जा रही निजी बस क्वीन का चालक गांव के पास अचानक वाहन पर अपना नियंत्रण खो बैठा और बस 200 मीटर गहरे खड्ड में गिर गई।उत्तराखंड बस हादसा: गहरी खाई में गिरी बस, 48 लोगों की हुई मौत

उन्होंने बताया कि दुर्घटना में 45 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। हादसे में 10 अन्य यात्री घायल हो गये हैं जिनमें से दो की हालत नाजुक बतायी जा रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि गंभीर रूप से घायल यात्रियों को रामनगर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि अन्य घायल धुमाकोट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती हैं।

उन्होंने बताया कि बस हादसे का शिकार सभी व्यक्ति स्थानीय थे। जोशी ने बताया कि हादसे के समय बस में कुल 58 यात्री सवार थे। हालांकि, क्षमता से अधिक यात्रियों के सवार होने के कारण हादसा होने की बात पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हादसे के सही कारण का अभी पता नहीं चल पाया है।

एक निरीक्षक के हवाले से पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सडक़ के बीच में पानी से भरे एक बड़े गड्ढे से बचने के चक्कर में भी यह हादसा होने की आशंका जतायी जा रही है। उन्होंने बताया कि बस इतनी जोर से खड्ड में गिरी कि उसका ऊपर और नीचे के हिस्से अलग हो गये तथा सीटें बाहर आ गई। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अनिल रतूडी ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीमें मौके पर पहुंची तथा बचाव और राहत कार्य चलाया।

प्रदेश के राज्यपाल डा. के के पाल और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बस हादसे पर गहरा दुख जताया है और जिला प्रशासन को पीडितों की समुचित देखभाल करने के निर्देश दिए हैं। दुर्घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री रावत ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए।

उन्होंने अधिकारियों से मृतकों के आश्रितों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता राशि अविलंब उपलब्ध कराने को कहा। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को ये भी निर्देश दिए कि होने पर घायलों को बेहतर उपचार हेतु देहरादून लाने के लिए हेलीकॉप्टर का प्रयोग भी किया जाए। बाद में मुख्यमंत्री रावत हेलीकॉप्टर से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अजय भटट के साथ मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया।

उन्होंने हादसे की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश भी दिए। इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हादसे की सूचना मिलने के बाद मुख्यमंत्री रावत से फोन पर बातचीत की और इतनी बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने पर दुख व्यक्त किया। केंद्रीय मंत्री ने रावत को राहत और बचाव कार्यों के लिए हर संभव मदद की पेशकश भी की।

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