इस सावन में है 4 सोमवार, तीसरा सबसे खास, जानिए किस दिन कौन सा योग

भगवान शिव का प्रिय महीना सावन इस बार अपने साथ कई संयोग लेकर आया है। हर सोमवार को एक कई संयोग बने हुए हैं जो भक्तों की हर मनोकामना को पूरी करने वाला है। पंचाग के अनुसार, सावन पूरे 30 दिनों का है और इस साल सावन का महीना 30 दिन होने का कारण अधिकमास है। इन सबसे अलग कई शुभ मुहूर्त बन रहे है, जो सावन में शिव भक्तों को खुशियों से सराबोर कर रहे हैं…इस सावन में है 4 सोमवार, तीसरा सबसे खास, जानिए किस दिन कौन सा योग

सावन का पहला सोमवार
सावन महीने का पहला सोमवार 30 जुलाई को है। इस दिन सौभाग्य योग, द्विपुष्कर योग, धनिष्ठा नक्षत्र लग रहे हैं। इन योग का होना बहुत शुभ और मंगलकारी माना जाता है। सावन सोमवार में पति-पत्नी साथ में शिवलिंग की पूजा करें तो उन्हें भगवान शिव और माता पार्वती की उन पर विशेष कृपा रहेगी है। द्विपुष्कर योग में जो भी शुभ काम किेए जाते हैं उनका 2 बार लाभ मिलता है।

दूसरा सोमवार
सावन का दूसरा सोमवार 6 अगस्त को है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बना है इसके साथ ही वृद्धि योग और कृतिका नक्षत्र का संयोग बना है। जब सोमवार में इस तरह का योग बनता है तब इस मुहूर्त में शुक्र अस्त, पंचक, भद्रा आदि पर विचार करने की जरूरत नहीं होती है।

तीसरा सोमवार
सावन का तीसरा सोमवार 13 अगस्त को है। इस दिन महान शिव योग के साथ पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र है, इस दिन मधुस्रावणी पर्व भी है जिसे सौभाग्य कारक माना गया है। माना जाता है कि शिवयोग में शिव की पूजा से भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं।

चौथा सोमवार
सावन का चौथा सोमवार 20 अगस्त को है। इस दिन ज्येष्ठा नक्षत्र, वैधृति योग बन रहा है। यह योग आपकी आर्थिक स्थिती को मजबूत करेगा। भगवान शिवजी का अभिषेक दूध और गन्ने से रस से करना शुभ रहेगा।

इस कारण सावन में 5वां सोमवार भी कर रहे ज्योतिषी
संक्रांति की गणना के अनुसार, सावन का महीना 16 जुलाई से ही शुरू हो गया है यानी कि पहला सोमवार बीत चुका है। उत्तराखंड, नेपाल और अन्य पहाड़ी इलाकों में लोग संक्रांति की गणना को ही मानते हैं। लेकिन पूरे देश में मुख्य रूप से पूर्णिमा की गणना के अनुसार ही सावन सोमवार का व्रत रखा जाता है। पूर्णिमा की गणना से 28 जुलाई से सावन की शुरुआत हुई है और पहला सावन सोमवार 30 जुलाई को है।

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