इस जगह पर होता है ये विचित्र कारनामा, जिसके आगे पूरी दुनिया हो जाती है नतमस्तक

ईरान के बारे में आपने बहुत से किस्से कहानियां सुने होंगे। इन दिनों अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तो इसकी चर्चा काफी गर्म है। एटमी प्रोग्राम को लेकर ये अमरीका समेत तमाम पश्चिमी देशों के निशाने पर है। लेकिन, ईरान सभ्यता का बहुत पुराना केंद्र रहा है। किसी जमाने में यहां पर तमाम आर्य जनजातियों ने पनाह ली थी। इस्लाम से पहले ईरान पारसी धर्म का केंद्र था। पैगम्बर जरथुष्ट्र ईरान में ही हुए थे।इस जगह पर होता है ये विचित्र कारनामा, जिसके आगे पूरी दुनिया हो जाती है नतमस्तक

पारसी धर्म के दौर और उससे पहले भी ईरान ने इंसानी सभ्यता के विकास में बहुत अहम रोल निभाया है। एक वक्त ऐसा था कि ईरान के राजाओं की हुकूमत यूनान से हिंदुस्तान तक फैली हुई थी। बादशाह दारा और साइरस ने बड़े साम्राज्य स्थापित किए थे।

लेकिन, आज आपको ईरान की ऐसी उपलब्धि के बारे में बताते हैं, जिसे सुनकर आप को शायद पहले-पहल यकीन ही न हो। ईरान को कुदरत ने तमाम नेमतें बख्शी हैं, लेकिन, सारी खूबियों के बावजूद यहां एक कमी रह गई। अन्य देशों की तरह यहां कलकल करती नदियां और चश्मे नहीं हैं, लेकिन जमीन के नीचे पानी भरपूर है।

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