इस चमत्कारी मंदिर के फ़र्श पर केवल सोने मात्र से महिलाओं को होती है संतान की प्राप्ति

भारत को धर्म की नगरी के तौर पर जाना जाता है। भारत एक बहुत बड़ा और विविधता से भरा हुआ देश है। इस देश में कई धर्म, संस्कृतियाँ और परम्पराओं को मानने वाले लोग एक साथ मिलकर रहते हैं। इसी वजह से विविधता में एकता का प्रतीक भारत को कहा जाता है। भारत एक धार्मिक देश है। यहाँ वैसे तो सबहि धर्मों के लोग रहते हैं, लेकिन यहाँ हिंदू धर्म को मानने वाले लोग सबसे ज़्यादा हैं, हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का ख़ास महत्व होता है। इसी वजह से भारत में मंदिरों की संख्या बहुत ज़्यादा है।इस चमत्कारी मंदिर के फ़र्श पर केवल सोने मात्र से महिलाओं को होती है संतान की प्राप्ति

भारत में जगह-जगह पर कई देवी-देवताओं के मंदिर बने हुए हैं। सभी लोग अपनी मान्यताओं के अनुसार देवी-देवताओं की पूजा करते हैं। अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग देवी-देवताओं की पूजा भी की जाती है। मंदिरों की बात करें तो यहाँ कई प्राचीन मंदिर भी स्थित हैं। कुछ मंदिर ऐसे हैं, जिनके निर्माण के बारे में आजतक किसी को कोई जानकारी नहीं मिल पायी है। कई मंदिर तो विश्वप्रसिद्ध भी हैं। कुछ मंदिर अपने चमत्कारों की वजह से जानें जाते हैं। लोगों की देवी-देवताओं में अटूट श्रद्धा है, इस वजह से वो मंदिरों में पूजा-पाठ करने के लिए जाते हैं।

मंदिर में जानें से होती है संतान प्राप्ति:

भारत में वैसे तो कई चमत्कारी मंदिर स्थित हैं, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे अद्भुत और चमत्कारी मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में जानकर आपकी हैरानी का ठिकाना नहीं रहेगा। इस मंदिर को लोग संतान प्राप्ति के मंदिर के रूप में जानते हैं। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यहाँ पर जो भी निःसंतान दम्पति जाता है, उसे संतान की प्राप्ति होती है। ऐसा कैसे होता है, इसके बारे में जानकर आप और भी हैरान हो जाएँगे। आपको बता दें हम जिस मंदिर की बात कर रहे हैं, वह हिमांचल प्रदेश की दुर्गम पहाड़ियों के बीच बसे सिमस नाम के गाँव में स्थित है।

सपने में आकर माता देती हैं फल:

इस मंदिर को लेकर लोगों में मान्यता है कि जो भी महिला इस मंदिर के फ़र्श पर सोती है वह गर्भवती हो जाती है। आजतक विज्ञान भी इस रहस्य से पर्दा नहीं उठा पाया है। ऐसा कहा जाता है कि मंदिर के फ़र्श पर सोने वाली महिलाओं के सपने में ख़ुद देवी माँ आकर उन्हें संतान प्राप्ति का आशीर्वाद देती हैं। इस मंदिर में हज़ारों संतानहीन महिलाएँ फ़र्श पर सोने के लिए आती हैं। इस मंदिर को लोग संतानदात्री के नाम से जानते हैं। नवरात्रि के समय इस मंदिर में सलिंदरा उत्सव भी मनाया जाता है। इसका मतलब होता है सपने में आना।

फल देखकर जान सकती हैं पुत्र होगा या पुत्री:

इस समय महिलाएँ दिन-रात मंदिर के फ़र्श पर सोती हैं। ऐसा करने से महिलाएँ जल्द से जल्द गर्भवती हो जाती हैं। मान्यता के अनुसार माता सिमसा सपने में आकर महिला को फल देती हैं, जिससे महिला को संतान की प्राप्ति होती है। फल देखकर पता चल जाता है कि लड़का होगा या लड़की। अगर किसी महिला को सपने में माता सिमसा अमरूद देती हैं तो उसे पुत्र प्राप्ति होती है। वहीं अगर किसी को भिंडी देती हैं तो उसे पुत्री की प्राप्ति होती है। अगर किसी महिला को निःसंतान होने के सपना आता है तो उसे संतान की प्राप्ति नहीं होती है। अगर इस तरह का सपना आने के बाद भी महिला मंदिर से नहीं जाती है तो उसके शरीर में खुजली वाले दाने और लाल दाग़ उभर आते हैं।

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