अगर आपको घर या उसके बाहर बिल्ली बार-बार रोती दिखाई देती है, तो यह घर-परिवार पर आने वाले किसी बड़े संकट का संकेत है। आप किसी जरूरी कार्य से बाहर जा रहे हैं और रास्ते में लड़ती हुई बिल्लियां दिखाई दें, तो समझ जाइए कि काम नहीं बन पाएगा। माना जाता है कि यदि यात्रा पर जा रहे हैं और बिल्ली मुंह में मांस का टुकड़ा लिए दिखाई दे, तो कार्य सफल हो जाएगा।
हिंदू धर्म में गाय को माता का दर्जा दिया गया है। मान्यता है कि गाय के भीतर तैंतीस करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। गाय की पूजा करने व उसे चारा या रोटी खिलाना लाभकारी होता है। गाय भी हमें शुभ संकेत देती है। मान्यता है कि अगर आपके घर के दरवाजे पर गाय आकर जोर-जोर से रंभाती है, तो यह संकेत है कि कोई सुखद समाचार मिलने वाला है। यह धन लाभ व सुख में वृद्धि का भी सूचक होता है। यदि रास्ते में गाय मूत्र विसर्जन करती दिखाई दे, तो यह संकेत है कि आने वाली विपत्ति टल गई है।
कुत्ते से भी शुभ-अशुभ प्रभाव जुड़े हैं। यदि आपके पास कोई कुत्ता आकर लेटने लगे, तो यह संकेत है कि कुछ अच्छा होने वाला है। यदि घर के बाहर कुत्ता भवन की ओर मुख करके सोए, तो घर पर कोई विपत्ति आने वाली है।
ग्रहदोष शांति के लिए हम चींटियों को आटा डालते हैं, इससे दोष खत्म होते हैं और जीवन में शांति भी आती है। ये भी हमें शुभ अशुभ संकेत देती हैं। चींटियों का समूह घर की दीवार पर घूमता दिखाई दे, तो यह ऐश्वर्य में वृद्धि का सूचक है। यदि चींटियां लाइन में चलती दिखाई दें और लाइन आड़ी-तिरछी है, तो यह मतभेद का इशारा होता है।
घर में लगे मकड़ी के जाले, मधु मक्खी का छत्ता होना शुभ नहीं होता। यह घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने का इशारा होता है। अगर घर में नीलकंठ या मोर आता दिखाई दे जाए, तो यह सकारात्मक ऊर्जा में बढ़ोतरी व धन लाभ का संकेत है। यह घर पर देवकृपा बनी रहने का भी संकेत है।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, यदि घर में बिच्छू लाइन से जाते हुए दिखाई दें, तो यह धनहानि की ओर इशारा करता है। यह बताता है कि धन की देवी लक्ष्मी आपसे रूठी हुई है और घर से जाने की तैयारी में है। जिस घर में चमगादड़ आकर रहते हैं, तो माना जाता है कि वहां अशुभ शक्तियां वास करती हैं।
यदि घर के भीतर छुछुंदर घूमती है, तो यह संकेत है कि धन में वृद्वि होने वाली है। अगर घर के बाहर से कोई हाथी निकल रहा हो और भवन के द्वार की ओर मुंह करके अपनी सूंड उठाए, तो यह मंगल होने का संकेत है। यह इस बात का सूचक है कि आपकी तरक्की होगी और नई ऊंचाइयां छुएंगे।
यदि घर के अंदर बहुत से काले चूहे हैं, तो यह समस्या आने का इशारा होता है। जिस घर की छत या मुंडेर पर कोयल या सोन चिरैय्या चहचहाए, वहां निश्चित ही श्री वृद्धि होती है। जिस घर के आंगन में कोई पक्षी घायल होकर गिरे, वहां दुर्घटना होती है। जिस भवन की छत पर कौए, टिटहरी अथवा ऊल्लू बोले, तो यह संकेत है कि कोई विपत्ति आने वाली है।