फटे जूतों से करें तौबा
किसी भी विशेष काम मसलन नौकरी के लिए इंटरव्यू, बेटे या बेटी के रिश्ते की बात करते जाते समय, लंबी यात्रा आदि में जाते समय भूलकर भी फटे हुए जूते न पहनें। ऐसे फुटवियर आपके कार्य की सफलता में बाधक बनते हैं।
देहरी पर न उतारें जूते
कभी भी भूलकर अपने घर की देहरी पर जूते उतारें और न ही अपने यहां आने वाले अतिथियों को करने दें। घर के मुख्य प्रवेश द्वार पर रखे जूते आपके सौभाग्य और समृद्धि को प्रभावित करते हैं।
पश्चिम दिशा में रखें जूते
अपने फुटवियर को कभी भूलकर भी ईशान कोण (उत्तर-पूर्वी) में न रखें। जूते – चप्पल को एक व्यवस्थित ढंग से, हमेशा पश्चिम दिशा की ओर ही रखें।
घर में न पहने बाहर के जूते
बाहर पहनने वाले जूते-चप्पल का प्रयोग घर के भीतर न करें। ऐसा करने से बाहर की मिट्टी के साथ नकारात्मक उर्जा का प्रवेश हो सकता है। यदि कोई जूते या चप्पल पहन कर घर में प्रवेश करता है तो उसके साथ राहू तथा केतु ग्रह भी प्रवेश कर जाते है। स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह हानिकारक है। इसलिए पुरानी परंपरा का पालन करते हुए चप्पल-जूतों का बाहर उतारना लाभप्रद है।
घर में न रखें पुराने जूते
घर में पुराने जूते चप्पल रखने से भी घर में नकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। जिसके कारण समस्याएं आपके घर से जाने का नाम नहीं लेती हैं। इसलिए जिन जूते चप्पल का आप प्रयोग न कर रहे हों, उन्हें घर में ना रखें बल्कि किसी गरीब को दे दें।
सही ढंग से रखें फुटवियर
घर में फुटवियर इधर-उधर बिखरे हुए नहीं होने चाहिए अन्यथा घर में तनाव की स्थिति बनी रहेगी। जिन लोगों के घर में जूते इधर-उधर बिखरे रहते हैं, वहां शनि की अशुभता का प्रभाव रहता है। परिवार के लोगों का मन खिन्न रहता है। इसलिए चप्पल जूतों को सुव्यवस्थित तरीके से यथास्थान रखें।
आॅफिस में न पहनें भूरे रंग के फुटवियर
कार्यालय में भूरे रंग के जूते पहनकर जाने से बचें। विशेष रूप से बैकिंग या फिर एजूकेशन से जुड़े लोग इसका विशेष ध्यान रखें। ऐसे लोगों के लिए कॉफी या डार्क ब्राउन रंग के फुटवियर शुभ साबित होते हैं।