आज के दिन भूल से भी न करे ये 5 तरह के काम, होता है अशुभ
हिन्दू धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या का विशेष महत्व होता है। अमावस्या की तिथि पितरों के लिए मानी जाती है। इस बार 13 जुलाई को आषाढ़ मास की अमावस्या है और साथ ही सूर्य ग्रहण भी लगेगा जिससे इसका महत्व काफी बढ़ गया है। शास्त्रों में अमावस्या पर कुछ कार्यो को वर्जित बताया गया है।अमावस्या पर भूत-प्रेत, अशुभ साया, निशाचर जीव-जंतु और दैत्य सबसे ज्यादा सक्रिय रहते हैं। इसकी वजह से हमारे चारो ओर नकारात्मक शक्तियां सक्रिय हो जाती है इसलिए अमावस्या की रात को किसी सुनसान जगह पर जाने से बचना चाहिए खासतौर पर शमशान की तरफ तो भूलकर भी नहीं जाना चाहिए।
अमावस्या के दिन देर तक नहीं सोना चाहिए। अमावस्या वाले दिन सुबह जल्दी उठना चाहिए और स्नान करने के बाद सूर्य देवता को जल जरूर चढ़ाएं।
अमावस्या पर घर में लड़ाई-झगड़े से बचना चाहिए। अगर आप घर में अमावस्या पर परिवार के सदस्यों से वाद-विवाद करते हैं तो इस दिन पितरों की कृपा नहीं मिलती है इसलिए घर पर शांति का वातावरण बनाएं रखना चाहिए।
– अमावस्या पर तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए साथ ही इस दिन किसी भी प्रकार का नशा भी नहीं करना चाहिए।
– अमावस्या पर पति-पत्नी के बीच संबंध नहीं बनना चाहिए। गरुण पुराण के अनुसार अमावस्या पर संबंध बनाने से पैदा होने वाली संतान जीवन में कभी भी सुखी नहीं रह पाती।