आईसीसी ने नहीं मानी बीसीसीआई की बात, कहा- किसी देश से नाता तोड़ना हमारे दायरे में नहीं
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की उस गुजारिश को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि आतंक को बढ़ावा देने वाले देशों से करार तोड़ देना चाहिए। आईसीसी ने कहा कि इस तरह के मामले में उसकी कोई भूमिका नहीं है।
बीसीसीआई के अधिकारी ने नाम सामने न लाने की शर्त पर कहा, ऐसा कोई मौका नहीं है कि इस तरह कुछ हो सकता है। आईसीसी चेयरमैन ने स्पष्ट किया कि किसी देश का बहिष्कार करने का फैसला सरकारी स्तर पर होता है और आईसीसी का ऐसा कोई नियम नहीं है। बीसीसीआई को इसकी जानकारी थी, लेकिन फिर भी उसने एक मौका पाने के लिए ऐसा किया।
पता हो कि बीसीसीआई ने अपने पत्र में पाकिस्तान का विशेष उल्लेख नहीं किया था, इसमें आतंक को पनाह देने वाले देश का प्रसंग दिया गया था। इस मामले पर शनिवार को शशांक मनोहर की अध्यक्षता वाली आईसीसी बोर्ड की बैठक में विचार जरूर किया गया, लेकिन ज्यादा समय नहीं लिया गया। बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने किया।
बोर्ड अधिकारी ने कहा, आईसीसी के कई सदस्य देशों के खिलाड़ी पाकिस्तान सुपर लीग में खेलते हैं और वह कभी इस तरह की गुजारिश पर ध्यान नहीं देते। हां सुरक्षा चिंता है और इस पर निगाह बनी रहती है।
टीम इंडिया को 2019 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेलना है। हालांकि, भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर बढ़ते विवाद के कारण इस मैच को बॉयकॉट करने पर जोर दिया जा रहा है। इस मांग को करने में पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और हरभजन सिंह भी शामिल हैं। भारतीय क्रिकेट का संचालन कर रही प्रशासकों की समिति (सीओए) ने हालांकि अब तक इस मामले में कोई फैसला नहीं करते हुए कहा है कि वह सरकार का नजरिया जानेगा।