आईपीएल में बेंगलुरू-चेन्नई मैच के आखिरी ओवर का रोमांच, धोनी  ही कर गए थे नामुमकिन

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें सीजन में बेंगलुरू और चेन्नई के बीच हुए मैच में रोमांच सर चढ़ कर बोला. इस मैच जहां चेन्नई की केवल एक रन से हार हुई तो वहीं बेंगलुरू ने भी प्लेऑफ में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा. मैच में कई उतार चढ़ाव रहे जिसके बाद दुनिया के बेहतरीन फिनिशर के रूप में मशहूर एमएस धोनीआखिरी गेंद पर जीत के लिए जरूरी दो रन भी नहीं बना सके.

मुश्किल लक्ष्य नहीं दे सकी बेंगलुरू चेन्नई को
बेंगलुरू ने टॉस हार कर पहले बल्लेबाजी की और कप्तान विराट कोहली और एबी डि विलियर्स के जल्दी आउट होने के बाद पार्थिव पटेल की हाफ सेंचुरी के दम पर बेंगलुरू ने चेन्नई को जीत के लिए 162 रनों का लक्ष्य रखा. इसके जवाब में चेन्नई की खराब शुरुआत के बाद टीम के कप्तान एमएस धोनी ने शानदार बल्लेबाजी की और टीम को मैच में वापस ला दिया.

यह था 19वें ओवर तक हाल
19वें ओवर तक चेन्नई की टीम का स्कोर 7 विकेट के नुकसान पर 136 रन हो गया था. टीम को जीत के लिए आखिरी ओवर में 26 रनों की दरकार थी, लेकिन क्रीज पर एमएस धोनी मौजूद थे. 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर ही ड्वेन ब्रावो आउट हो गए थे. अब धोनी का साथ शार्दुल ठाकुर दे रहे थे. ऐसे में जो भी करना था वह धोनी की करना था.

पहली दो गेंदों पर धोनी ने यूं बटोरे 10 रन
20वां ओवर फेंकने के लिए बेंगलुरू के कप्तान विराट कोहली ने अपने भरोसेमंद गेंदबाज उमेश यादव को बुलाया. उमेश ने पहली गेंद थो़ड़ी शॉर्ट फेंकी और धोनी ने स्क्वार लेग पर चौका जड़ दिया. अब धोनी को पांच गेंदों पर 21 रनों की जरूरत थी. इसकी अगली ही गेंद पर धोनी ने 111 मीटर छक्का लगा कर जता दिया कि वे क्यों सबसे बहतरीन फिनिशर कहे जाते हैं.

तीसरी ही गेंद पर छक्का, मैच चेन्नई के हाथ में आया
पहली दो गेदें शॉर्ट गेंद फेंकने के बाद उमेश ने अगली गेंद यार्कर फेंकने की कोशिश की, लेकिन धोनी ने जैसे उमेश का दिमाग पहले ही पढ़ कर रखा था. उमेश की यार्कर सटीक नहीं बैठी और धोनी ने पूरी ताकत से शॉट लगाया और टीम को लॉन्ग ऑन की दिशा में एक और छक्का मिल गया. अब टीम को तीन गेंदों पर 10 रनों की जरूरत थी. धोनी ने नामुमकिन को मुमकिन कर दिया था.

धोनी की एक और छक्का, झूम गए दर्शक
चौथी गेंद पर उमेश को राहत मिली जब फुल लो टॉस फेंकने के बाद भी धोनी इस गेंद पर केवल दो ही रन निकाल सके. अब टीम को जीत के लिए दो गेंदों पर केवल 8 रनों की जरूरत थी और क्रीज पर धोनी मौजूद थे. अब खेल फिर से बेंगलुरू के ओर जाता दिखा, लेकिन जब उमेश ने अगली ही गेंद फिर से यार्कर डाल दी, तो इस बार धोनी ने कोई गलती नहीं की और डीप मिडविकेट बाउंड्री पर छक्का जड़ दिया.

ऐसा रहा आखिरी गेंद का रोमांच
अब आखिरी गेंद पर धोनी को केवल दो रन जीत के लिए और मैच टाई करने के लिए केवल एक रन चाहिए था. सभी को लग रहा था कि अब धोनी तो इस मैच को आसानी से निकाल ही ले जाएंगे. उमेश की यह गेंद स्लोअर लेग कटर डाली जिसे धोनी का बल्ला संपर्क करने से चूक गया और गेंद विकेट के पीछे विकेटकीपर पार्थिव पटेल की ओर गई. धोनी रन के लिए दौड़े और दूसरे छोर से शार्दुल ठाकुर भी, लेकिन पार्थिव पटेल की सटीक थ्रो के कारण गेंद ठाकुर के क्रीज पर पहुंचने से पहले ही विकेट पर लग गई और ठाकुर आउट हो गए. इस तरह रोमांचक मैच बेंगलुरू की झोली में चला गया.

यह है प्वाइंट टेबल का हाल
इस मैच में जीत से चेन्नई के तो अंक तालिका में 14 अंक ही रहे, लेकिन बेंगलुरू को तीसरी जीत से 10 मैचों में छह अंक हो गए. वहीं राजस्थान के भी 9 मौचों में से  तीन जीत के साथ छह अंक हैं, लेकिन नेट रन रेट के कारण राजस्थान तालिका में 7वें ओवर बेंगलुरू 8वें स्थान पर है. अब कोलकाता की टीम अपने दस मैचों में से चार मैच जीत कर 8 अंकों के साथ छठे स्थान पर आ गई है.

Back to top button