अरुण जेटली ने कहा- कर्ज की तंगी के कारण आर्थिक वृद्धि प्रभावित नहीं होनी चाहिए
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की अहम बैठक से ठीक पहले केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि तरलता और कर्ज उपलब्धता की कमी के चलते आर्थिक वृद्धि का गला नहीं घुटना चाहिए। गौरतलब है कि आरबीआई की अहम बैठक 19 नवंबर को प्रस्तावित है।
जेटली ने कहा कि यह जरूरी है कि साल 2008 से 2014 के बीच किए गए सामूहिक पापों के कारण बैंकिंग प्रणाली को साफ सुथरा बनाने के चलते आर्थिक प्रक्रिया प्रभावित नहीं होनी चाहिए। यह वह दौर था जब नियामकीय प्रणाली ने भारी मात्रा में दिए जा रहे कर्ज को नजरअंदाज किया गया था।
एक समारोह के दौरान जेटली ने कहा, “यह काम इस तरह से होना चाहिए जिसमें आप बैंकों की स्थिति को सुधार सकें, जहां तक बैंकिंग प्रणाली की बात है आप इसमें अनुशासन बहाल कर सकें लेकिन साथ ही यह भी ध्यान रखना होगा कि बाजार में नकदी और कर्ज सीमित होने पर आर्थिक वृद्धि को इसका नुकसान नहीं होना चाहिए।”