अरहर और उरद की दालों के भाव में आई गिरावट
चने की फसल तैयार होने पर स्थिति होगी सामान्य
आमतौर पर दूसरी दालों से सस्ती रहने वाली चने की दाल इस समय सबसे ज्यादा गर्म है। हाल ही में चने की दाल और बेसन के मूल्यों में गिरावट होने के बावजूद इसका मूल्य सबसे ऊपर है। व्यापारी चने की दाल महंगी होने का कारण इसकी उपलब्धता में कमी बता रहे हैं। पिछले 15 दिनों के अंदर अन्य दालों के मूल्यों में भी गिरावट दर्ज की गई है। पिछले साल की अपेक्षा अरहर की दाल के मूल्य घटकर आधे रह गए हैं।
पिछले साल जब अरहर की दाल के भाव आसमान छू रहे थे तो लोगों ने विकल्प के तौर पर चने की दाल को अपनाया था। मांग बढ़ने के बावजूद चने की दाल के भाव अरहर की दाल से कम ही रहे। पिछले महीने से जब अरहर और दूसरी दालों के मूल्य में गिरावट आना शुरू हुई तो चने की दाल के भाव में तेजी आने लगी।
मौजूदा समय में चने की दाल का थोक भाव 125 से 130 रुपया प्रति किग्रा चल रहा है। यह दाल फुटकर में 130 रुपये से 140 रुपया प्रति किग्रा बिक रही है। यह दाल 15 दिन पहले 150 रुपया प्रति किग्रा की दर से बिक रही थी। बेसन का भाव चने की दाल से 10 रुपया प्रति किग्रा अधिक रहता है। अन्य दालों के मूल्य घटकर काफी नीचे आ गए हैं। दालों के सस्ती होने का कारण व्यापारी नोट बंदी का साइड इफेक्ट बता रहे हैं। दालों के थोक व्यवसायी महेंद्र गुप्ता का कहना है कि चने की उपलब्धता कम होने के कारण इसके दाम बढ़े हैं। मार्च में चने की फसल तैयार होगी तभी स्थिति सामान्य हो सकेगी।
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दाल और बेसन के खुदरा मूल्यों का तुलनात्मक विवरण
दाल मौजूदा मूल्य एक सप्ताह पहले
चना 130 रुपया किग्रा 150 रुपया किग्रा
बेसन 140 रुपया कि ग्रा 160 रुपया किग्रा
अरहर 80 से 110 रु. किग्रा 120 से 130रु. किग्रा
उरद हरी 110से 120रु. किग्रा 125 से 130 रु. किग्रा
उरद काली 80 से 95 रु. किग्रा 90 से 100 रु. किग्रा