अपने गुस्से को काबू में करने के लिए अवश्य पहने यह अंगूठी…

दुनियाभर में ना जाने कितने ही लोग हैं जो तांबे की अंगूठी या छल्ला पहनते हैं. कहते हैं कि यह मंगल व सूर्य ग्रह को शांत करने के लिए पहना जाता है. वहीं सबसे दिलचस्प बात यह है कि तांबा वास्तुदोष दूर करने के साथ-साथ सेहत के लिए भी औषधि का काम करता है और इससे कई प्रकार के लाभ होते हैं. आइए बताते हैं.अपने गुस्से को काबू में करने के लिए अवश्य पहने यह अंगूठी...

* अगर ज्योतिष शास्‍त्र की मानें तो धातुओं और ग्रहों का धनिष्ठ संबंध है और अगर ग्रह विपरीत हो, तो व्यक्ति के जीवन पर नकारात्मक असर होता है इसी के साथ शुभ-अशुभ फल के पीछे भी यही ग्रह कारक होते हैं. 

* कहते हैं कि धातुओं में तांबा शुद्ध व शांत धातु मानी गई है और इसका संबंध मंगल व सूर्य से है. ऐसे में अगर सूर्य या मंगल कमजोर हो, तो तांबे की अंगूठी या छल्ला धारण करने से लाभ होता है.

* कहते हैं तांबे का संबंध सूर्य से होता है और सूर्य को यश और सम्मान का प्रतीक माना जाता है. ऐसे में तांबे की अंगूठी धारण करने से व्यक्ति को समाज में पद-प्रतिष्ठा और सम्मान की प्राप्ति भी हो जाती है.

* कहा जाता है कुंडली में सूर्य दोष हो, तो तांबे की अंगूठी को रिंग फिंगर में पहनना चाहिए और कहते हैं कि यह धातु शांत प्रकृति की होती है और गर्मी दूर कर देती है.

* कहते हैं और ज्योतिषों का मानना है कि अगर मानसिक विकार हो या गुस्सा अधिक आता हो तो तांबा धारण करना चाहिए क्योंकि तांबा वास्तुदोष के साथ ही गुस्से को भी दूर करता है.

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