वैज्ञानिकों को मिली बड़ी सफलता, यह टीका करेगा कैंसर का खात्मा

एजेंसी/ l_Cancer-1465111369वैज्ञानिकों ने लाखों लोगों को अपनी चपेट में लेने वाली जानलेवा बीमारी कैंसर को खत्म करने वाले एक नए टीके को ईजाद करने का दावा किया है।

विज्ञान पत्रिका नेचर में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, जर्मनी के जोहानेस गुटेनबर्ग विश्वविद्यालय के प्रोफेसर उगर साहिन के नेतृत्व में किए गए अनुसंधान के दौरान पता चला है कि यह टीका तेजी से बढ़ते कैंसर के ट्यूमर से लडऩे में काफी सहायक होता है। टीके से कैंसर मरीज की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है और शरीर के अंदर मौजूद कैंसर के ट्यूमर का खात्मा हो जाता है।

प्रोफेसर साहिन ने बताया कि टीके को जल्दी और कम खर्च पर उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। किसी भी कोशिका में तीन तरह के जैविक अणु पाए जाते हैं। ये अणु हैं प्रोटीन, डीएनए और आरएनए। प्रोटीन कोशिकामें उत्प्रेरक और संरचनात्मक भूमिकाए निभाता है जबकि डीएनए और आरएनए वंशात्मक सूचनाओंको एक पीढ़ी दर पीढ़ी पहुंचाता है।

शोधकर्ताओं ने टीके को तैयार करने के लिए सबसे पहले कैंसर के आरएनए कोड के कुछ हिस्सों को वसा के नैनो पार्टिकल्स में रखा और फिर इस मिश्रण को कैंसर के तीन वैसे मरीजों की रक्तधमनियों में डाला,जो अंतिम चरण में थे। इस टीके की वजह से कैंसर मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता ने कैंसर पर हमला करने वाले ’किलर टी-सेल’ को बनाना शुरू कर दिया।

टी-सेल दो तरह के होते हैं-किलर टी सेल और हेल्पर यी।टी -सेल। किलर टी-सेल एक तरह का सफेद रक्त कण है,जो हमारे शरीर में घूमता रहता है और कोशिकाओं में किसी प्रकार के संक्रमण या असमान्यताओं के लिए स्कैनिंग करता रहता है और उन कोशिकाओं को नष्ट कर देता है तो संक्रमित हैं या कैंसर से ग्रसित हो गए हैं।

टीके के बाद एक मरीज का ट्यूमर छोटा हो गया ,दूसरा मरीज जिसका ट्यूमर ऑपरेशन के जरिये निकाला गया था,वह कैंसर मुक्त् हो गया तथा तीसरा मरीज, जिसे आठ ट्यूमर थे ,उसकी हालत स्थित हो गर्इ। वैज्ञानिकों का दावा है कि इस टीके में एक खास तरह का प्रोटीन एंजाइम होता है, जो कैंसर की कोशिकाओं को तोड़कर धीरे-धीरे उसे खत्म कर देता है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस टीके की सफलता के बाद कैंसर का इलाज और भी आसान हो जाएगा।

 
 
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