यहां साक्षात् रहते हैं प्रभु श्रीराम, मिलता है यहाँ प्रसाद में पान…

मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले में स्थित है ‘ओरछा’। ओरछा धार्मिक नगरी होने के साथ ही ऐतिहासिक शहर है। यहां पर स्थित है राजा राम मंदिर।मप्र पुलिस के जवानों द्वारा सूर्योदय और सूर्योस्त के समय मंदिर में बंदूकों द्वारा सलामी दी जाती है। यह सिलसिला काफी समय से जारी है। ओरछा के राजा राम मंदिर में बना हुआ पान यानी पान का बीड़ा दिया जाता है।ayodhya-350x195

बुंदेला स्थापत्य शैली में बना दूसरी ओर ओरछा का प्रसिद्ध किला है। कहते हैं कि ओरछा की महारानी राजा राम के बाल रूप को अयोध्या से पैदल लेकर आईं थीं। रानी का नाम गणेशकुंवर था और राजा का नाम मधुरकशाह। रानी रामभक्त थीं।

एक बार वह अयोध्या की तीर्थयात्रा पर गईं और वहां सरयू नदी के किनारे लक्ष्मण किले के पास अपनी कुटी बनाकर साधना आरंभ की। इन्हीं दिनों संत शिरोमणि तुलसीदास भी अयोध्या में साधनारत थे। संत से आशीर्वाद पाकर रानी की आराधना और दृढ़ होती गई।

लेकिन रानी को कई महीनों तक राजा राम के दर्शन नहीं हुए। वह निराश होकर अपने प्राण त्यागने सरयू की मझधार में कूद पड़ी। यहीं जल की अतल गहराइयों में उन्हें राजा राम के दर्शन हुए। रानी ने उनसे ओरछा चलने का आग्रह किया। और इस तरह साक्षात् ओरछा आए।

 

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