चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी सेना को संबोधित करते हुए कहीं ये बात ..

चीन के राष्ट्रपति ने बुधवार को अपनी को कहा कि उन्हें रक्षा के क्षेत्र में सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि तकनीक, सप्लाई चेन और राष्ट्रीय उपकरण भंडार के क्षेत्र में मजबूती की जरूरत है ताकि सेना मजबूत हो और युद्ध जीत सके। सवाल यह है कि जिनपिंग किस युद्ध की बात कर रहे हैं? क्या चीन भारत के सीमा विवाद को लेकर कोई नई चाल चलने वाला है या फिर वह ताइवान पर आक्रमण करे वाला है। शी जिनपिंग अगले सप्ताह एक बार फिर से राष्ट्रपति चुने जाने वाले हैं। वह चीन की सेना के सुप्रीम कमांडर भी है। ऐसे में उनका यह बयान दुनियाभर में युद्ध की आशंका और अस्थिरता की ओर इशारा करने वाला है। 

सेना के ड्रेस में थे शी जिनपिंग
शी ने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी के मुताबिक एकीकृत रणनीतिक क्षमताओं को सुदृढ़ करने की जरूरत है। संसद के वार्षिक सत्र के दौरान शी जिनपिंग ने सेना के अधिकारियों से बात की। चीन के सरकारी ब्रॉडकास्टर सीसीटीवी ने इसपर रिपोर्ट दी है। शी जिनपिंग हरे रंग की सेना की ड्रेस में थे। शी जिनपिंग लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चीन को रक्षा विज्ञान, तकनीक और रक्षा उपकरण उत्पादन बढ़ाने की जरूरत है। 

शी जिनपिंग ने कहा कि सप्लाई चेन और मजबूत होनी चाहिए। साथ ही इन्फ्रास्ट्रक्चर और सैन्य इस्तेमाल के लिए राष्ट्रीय भंडारण में सुधार की जरूरत है। हालांकि इस दौरान शी जिनपिंग ने यह नहीं बताया कि वह कहां के रणनीतिक खतरों और युद्ध की बात कर रहे हैं। बता दें कि दुनियाभर से दबाव को झेल रहे चीन का प्लान है कि वह रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर रहे और खुद ज्यादा से ज्यादा हथियारों का उत्पादन करे। चीन की सरकार ने रक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में ज्यादा खर्च करने के लिए एक प्लान तैयार किया है जिसे वार्षिक सत्र में पेश किया जा सकता है। 

अमेरिका से बढ़ा है तनाव
रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से चीन और अमेरिका में भी तनाव बढ़ा है। उधर ताइवान पर चीन की आक्रामक नीतियों और अमेरिका के दखल की वजह से भी टेंशन कायम है। ऐसे में कई बार चीन हमले की धमकी देने से भी नहीं चूकता है। चीन ने इस बार अपना रक्षा बजट लगातार आठवीं बार बढ़ाया है। इस बार का रक्षा बजट 7.2 फीसदी बढ़ाया गया है। यह अमेरिका के बाद दुनिया का दूसरा सबसे  बड़ा रक्षा बजट है। भारत का रक्षा बजट इससे तीन गुना कम है। 

Back to top button