कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन बीच अखिलेश के इस कदम से लगा बड़ा झटका

कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन बीच अखिलेश के इस कदम से लगा बड़ा झटका यूपी में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन की अटकलों को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कदम से बड़ा झटका लगा है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की कोशिशें कीं, लेकिन अखिलेश यादव के दफ्तर ने प्रशांत के साथ किसी भी मुलाकात से इनकार किया है।

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माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी बदले हुए हालात में बीजेपी का सामना करने के लिए महागठबंधन के फॉर्मूले पर अमल कर सकती है, इसके लिए समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेता सक्रिय भी थे, इस तरह की बातें कहीं जाने लगी थीं कि जब कांग्रेस की तरफ से प्रियंका गांधी और समाजवादी पार्टी की तरफ से डिंपल यादव जैसी नेता वोट मांगने निकलेंगी तो बाकियों की खाट खड़ी हो जाएगी।

पिछले दिनों कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तारीफ करते हुए उन्हें अच्छा लड़का भी कहा था। इसके बाद अखिलेश यादव ने भी राहुल गांधी की तारीफ की थी और कहा था कि दो अच्छे लोग मिल जाएं तो इसमें बुरा क्या है। इसके बाद से ही कयास लगाए जाने लगे थे कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस साथ आ सकते हैं।

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दोनो ही पार्टियां गठबंधन के लिए इसलिए भी तैयार बताई जा रही थीं क्योंकि जिस तरह से मायावती ने दलितों को गोलबंद कर लिया है और बीजेपी ने अगड़ों और अतिपिछड़ी जातियों को अपने साथ खड़ा कर लिया है उसमें कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के लिए यादव, मुस्लिम और कुछ अन्य पिछड़ी जातियां ही बचती थीं जिन पर ये दांव लगा सकती हैं, और इस वोटबैंक को एकजुट रखने के लिए गठबंधन ही एकमात्रा रास्ता है।

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