जनता की आश मोदी ही करेंगे विकास; 1 फरवरी आम बजट में करेंगे बड़ा खुलासा

जनता की आश मोदी ही करेंगे विकास; 1 फरवरी आम बजट में करेंगे बड़ा खुलासा…. एक बार फिर से हिंदुस्तान को विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाने के लिए प्लानिंग शुरू हो गई है। सवाल ये है कि इस बार पीएम मोदी देश को क्या नया देने वाले हैं।

जनता की आश मोदी ही करेंगे विकास; 1 फरवरी आम बजट में करेंगे बड़ा खुलासा

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आपको सबसे पहले ये बता दें कि साल 2017-18 के लिए सरकार 1 फरवरी को आम बजट पेश करने जा रही है। इस बजट से पहले ही देशभर में सवाल उठने लगा है इस बार पीएम मोदी देश को क्या नया देने वाले हैं। नेटबंदी के फैसले के बाद से हर किसी की निगाहें मोदी की टीम पर हैं। कहीं नोटबंदी के फैसले का विरोध हो रहा है तो कई लोग इस फैसले की खुले दिल से तारीफ भी कर रहे हैं। कुल मिलाकर कह सकते हैं कि इस फैसले का जनता के बीच मिलता जुलता असर देखने को मिल रहा है। लेकिन अब बारी है आम बजट की और सवाल ये है कि आम बजट पेश करते वक्त वो क्या बड़े ऐलान होने जा रहे हैं, जिससे देश को आगे ले जाने में मदद मिल सके। इसके लिए वित्त मंत्री ने प्री बजट मीटिंग की भी शुरुआत कर दी है।

बताया जा रहा है कि इस मीटिंग के फर्स्ट फेज में वित्त मंत्री अरुण जेटली देशभर के किसान संगठनों से मुलाकात कर रहे हैं। इस मीटिंग में किसानों के हितों को सामने रखकर की प्रस्ताव बनाए जा रहे हैं। देशभर में किसानों की हालत सुधारने के लिए सरकार कई तरह के कदम उठा रही है। इस बीच साल के शुरुआत और बीच में किसानों पर मौसम की मार भी पड़ी थी, जिससे उनको भारी नुकसान भी हुआ था। बताया जा रहा है कि इस बैठक के दौरान वित्त मंत्री के साथ आर्थिक मामलों के सचिव  शक्‍ति‍कांता दास और उनके अलावा वि‍त्‍त सचिव अशोक लवासा भी मौजूद थे। कुल मिलाकर आप ये कह सकते हैं कि इस बीच पहले से ही बजट की तैयारियां होने लगी हैं। आने वाले बजट कितना सही होगा या कितना गलत ये तो वक्त ही बताएगी।

यह भी पढ़ें:- अरे वाह!! नेता जी ने ढूंढ निकाला तरीका; ऐसे बदले जा रहे कालेधन को सफेद धन मेंबताया जा रहा है कि इस मीटिंग के दौरान वित्त मंत्री और किसान संगठनों के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। इस मीटिंग में हो सकता है कि सबसे पहले किसानों की आय को दोगुना करने पर बात हो सकती है। खासकर 500 और 1000 के नोट बंद करने के बाद किसानों को होने वाली परेशानियों के बारे में बात की जाएगी। आपको बता दें कि 8 नवंबर को नोट बंद करने के फैसले के बाद से लोग बैंकों के बाहर लंबी लाइनों में खड़े हैं। इसके अलावा ये भी देखा जा रहा है कि कई एटीएम में कैश नहीं होने की वजह से लोगों में गुस्सा भी बढ़ रहा है। अब सरकार सबसे पहले किसान संगठनों से इस बारे में भी बात करना चाहती है। ये भी माना जा रहा है कि नोटबंदी के फैसले के बाद से किसानों को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

इस वक्त खरीफ की फसलों का कटाई का वक्त है और कैश ना होने की वजह से ये बात निकलकर सामने आ रही है कि किसान इसे बेच नहीं पा रहे हैं। इस वक्त देश की तरक्की में सबसे बड़े सहयोगी किसान माने जाते हैं। इसलिए सरकार सबसे पहले किसानों से ही बात कर इस मसले से जुड़े समाधानों पर चर्चा करना चाहती है। बताया जा रहा है कि इसके बाद केंद्रीय श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधि भी वित्त मंत्री से मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात के दौरान तमाम श्रमिक संगठन न्यूनतम मजदूरी और पेंशन के मुद्दे को उठाएंगे। कुल मिलाकर ये कहा जा सकता है कि बजट पेश होने से पहले पीएम मोदी एक बार फिर से सक्रिय हो गए हैं और देशभर के तमाम संगठनों से मुलाकात करके इसे देश की तरक्की वाला बजट बनाने पर विचार कर रहे हैं।

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