हमारा भारतीय खानपान  और अप्रवासी

डा दीप अग्रवाल, एनगु, नाइजीरिया 
आलू की सब्ज़ी और कचौरी ये था मेरा आज का नाश्ता – खाना मजा आ गया ।सात समंदर पार यदि आपको अपना मन पसंद खाना रोज मिलता रहे तो इससे अच्छा और क्या हो सकता है
शुक्रिया चीची(ये मेरी हाउस कीपर ,कामवाली बाई या  हाउस हेल्प कुछ भी कह लो ,का नाम है जो मेरे यहाँ पिछले 16 साल से कार्यरात है .सुबह कुछ घंटे के लिए आती है और अपना काम ख़त्म कर चली जाती है .किसी ने सही कहा है कि ज़िंदगी में यदि ईमानदार भरोसे मंद काम करने वाले लोग व अच्छे मित्र मिल जाएँ तो जीवन आनंद से कट जाता है ।हक़ीक़त तो ये है कि क़रीब 3.5 दशक विदेश में रहने के बावजूद मुझे ऐसा लगता ही नहीं की देश से बाहर हूँ ।
 
डा दीप अग्रवाल
खाने का मैं बहुत शौक़ीन हूँ और यदि अच्छा भोजन मिल जाए तो फिर मैं अपना पेट नहीं देखता हूँ ।70  के दशक में आगरा मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई के दौरान मुझे वहाँ की मिठाइयाँ,कचौरी,छोले भटूरे ,सोनपपड़ी ,पेठा,समोसे,भल्ले अभी 45  वर्ष बाद भी याद हैं,भारत से आते जाते वक़्त मेरा ट्रैंज़िट दिल्ली से होकर होता है तो वहाँ  भी कई बार चाँदनी चौक की मिठाइयों का आनंद लेता रहता हूँ ।3 जनवरी को कुछ घंटे के लिए मैं वहाँ था और एक रबड़ी के kiosk को देखकर 200  ग्राम रबड़ी  एक बार में खा गया ,उम्र के इस पड़ाव पर यद्यपि ये आदत ठीक नहीं है लेकिन क्या करें दिल तो बच्चा है जी ।ईश्वर की अनुकंपा और अपने माता पिता की अच्छी genes के कारण अभी दुरुस्त हूँ इसलिए खाने पीने मैं ये नदानियाँ कभी कभी कर लेता हूँ आज के ज़माने का पिज़्ज़ा बर्गर आदि उस समय नहीं था
हम आम हिंदुस्तानी खाने के मामले में बहुत नक चड़े होते हैं आज की जेनरेशन तो फिर भी ठीक है वो किसी तरह manage  कर लेते हैं लेकिन हमें तो अभी भी 1 – 2  दिन यदि दाल रोटी न मिले तो हलकान हो जाते हैं ।हवाई यात्रा का खाना पहली बार तो ठीक लगता है लेकिन लम्बी यात्राओं में फिर अपनी मठरी पूरी आदि के बगेर पेट नहीं भरताकॉंटिनेंटल खाना मुझे अभी भी बेस्वाद लगता है
एमिरेट्स,क़तार जेसी  airlines तो तब भी अच्छा खाना परोसती हैं लेकिन European और अमेरिकन airlines में हमें अपनी पसंद का खाना अभी भी नहीं मिलता ।पता नहीं क्यों जब की भारतीय खाने का विश्व में डंका बज रहा है और अंतर्रास्त्रिय पर्यटन में भी भारतीयों की संख्या में वृद्धि हुयी है फिर भी अधिकांश हवाई कंपनिया वही भोजन क्यों परोस रही हैं
पिछले कुछ वरसों में एकचीज़ ज़रूर अछी हुयी है वह है  Nigeria केन्या आदि जैसे देशों में बड़े बड़े supermarket का खुलना अब यहाँ सब कुछ मिलता है जब की कुछ दशक पहले यहाँ आटे दाल के लिए काफ़ी जद्दो जहद करनी पड़ती थी
भारत सहित दुनिया के कई देशों में पूर्ण बंद है और शायद Nigeria में भी 1 अप्रेल से बंद होने वाला है तो फिर दोस्तों अपने अपने अनुभव दूसरों के साथ साझा कर आनंद उठाइये
HAPPY FORCED HOLIDAYS

Back to top button