सूरज ढलने के बाद भूलकर भी महिलाओं को नहीं करनी चाहिए कंघी…

आपने कई बार घर के बड़े बुर्जुगों को लड़कियों को कहते सुना होगा कि सूरज ढलने के बाद बालों पर कंघी न करें। पर क्या आप जानते हैं उनका ऐसे कहने के पीछे क्या वजह होती है। अगर आप भी ऐसा ही कुछ करते हैं तो तुरंत अपनी ये आदत बदल डालिए।सूरज ढलने के बाद भूलकर भी महिलाओं को नहीं करनी चाहिए कंघी...

बुरी आत्माएं
सूर्यास्त के बाद बालों में कंघी करने के लिए इसलिए मना किया जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि सूर्यास्त होने के बाद सभी बुरी आत्माएं बाहर आ जाती हैं, और जिन लड़कियों के लम्बे और खूबसूरत बाल होतें हैं उन्हें वो अपना शिकार बना लेती हैं।

परिवार के लिए बुरा
कहा जाता है कि रात को हमेशा अपने बाल बांधकर रखने चाहिए । या तो आप अपने बालों की चोटी बना लें या फिर उसका जुड़ा, पर उन्हें खुला न छोड़े। माना जाता है कि खुले बाल परिवार वालों के लिए अच्छे नहीं होते।

टूटे बालों को भी ध्यान से फेंके
पूर्णिमा के दिन भी बालों पर कंघी करने के लिए मना किया जाता है। अगर कोई लड़की पूर्णमासी यानी पूरे चांद कि रात वाले दिन खिड़की पर खड़े होकर बालों पर कंघी करती हैं तो वो खुद ही बुरी आत्माओं को बुलावा देती है।इसके अलावा टूटे हुए बालों को भी ध्यान से फेंकना चाहिए। अगर आपके बाल किसी गलत व्यक्ति के हाथ लग गए तो वह इसका गलत इस्तेमाल मतलब किसी जादू टोने के लिए भी कर सकता है।

कंघी गिरना
कंघी करते समय अगर आपके हाथों से कंघा छिटककर गिर जाए तो यह माना जाता है कि आपको जल्दी ही कोई बुरी खबर मिलने वाली हैं। इसके अलावा हमेशा इस बात का भी ध्यान रखें कि बाल झाड़ने के बाद उन्हें घर में इधर उधर ना फेंके। ऐसा करने से घर में परिवार वालों के बीच झगड़े बढ़ते हैं।

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