साल 2106 में हुये अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले…

साल 2016 में दुनिया में कई आतंकवादी हमले हुए हैं. इन हमलों ने बहुत से लोगों की जान ले ली तो बहुतों को घायल किया. मानवता को शर्मसार करने वाले इन आतंकी हमलों से एक यक्ष प्रश्न यह खड़ा होता है. आखिर कब तक ऐसे हमलों में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ेगी. आइए डालते हैं 2016 की सबसे बड़ी आतंकवादी घटनाओं पर नज़र!

वीडियो लीक होने के बाद कांग्रेस नेता एनपी दुबे की बढ़ीं मुश्किलें2 जनवरी 2016 को सुबह 3:30 बजे पंजाब के पठानकोट स्थित पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर आतंकवादियों ने आक्रमण कर दिया जो भारी मात्रा में असलहा और बारूद से लैस थे. जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों से मुठभेड़ में 4 जवान शहीद हो गये जबकि 3 अन्य घायल सिपाहियों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया.

19 अप्रैल 2016 की सुबह 4:30 बजे काबुल में आतंकी हमला हुआ, इसमें 28 लोगों की मौत हुयी साथ ही 300 से अधिक लोग घायल हो गए. यह हमला अमेरिकी दूतावास के पास हुआ था.

12 जून 2016 को फ्लोरिडा के ऑरलैंडो स्थित एक समलैंगिक क्लब ‘पल्स ओरलैंडो’ में गोलीबारी हुई. यह वारदात अमेरिकी गोलीबारी के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी घटना है, इसमें 50 लोगों की मौत हो गई थी और 53 लोग घायल हो गए थे.

3 जुलाई 2016 को ढाका में रात को उच्च सुरक्षा वाले गुलशन राजनयिक क्षेत्र में स्थित लोकप्रिय रेस्तरां में इस्लामिक स्टेट (ISIS) के आतंकवादियों ने हमला किया था. इस हमले में उन्होंने कई लोगों को बंधक बना लिया था. बंधक बनाए गए लोगों में एक भारतीय लड़की तारिषी जैन भी थी, जिसकी आतंकियों ने हत्या कर दी थी.

पाकिस्तान के क्वेटा शहर के एक सिविल हॉस्पिटल में विस्फोट हुआ था. इस विस्फोट में 63 लोग मारे गये थे. 30 अन्य घायल हो गये थे. मरने वालों में ज्यादर वकील थे.

अमेरिका के डलास में पुलिस द्वारा एक अश्वेत व्यक्ति को गोली मारी गयी थी. जिसके विरोध में डलास शहर में हो रहे विरोध प्रदर्शन में पुलिसकर्मियों पर गोलीबारी करने वाले स्निपर की पहचान सेना के एक पूर्व रिजर्विस्ट के रूप में की गई है. स्पिनर ने 12 पुलिस अधिकारियों को गोलियां मारीं थीं. जिससे पांच पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे.

कमाल अतातुर्क हवाई अड्डे पर 3 आत्मघाती हमलावरों ने भीड़ ने भीड़ पर गोलियां बरसाई थीं. बाद में विस्फोट से खुद को उड़ा दिया था. इस हमले में 45 लोगों की जान गयी थी. जबकि 200 लोग घायल हो गये थे. तीनों आत्मघाती हमलावरों की पहचान उजबेक, रूसी और किरगिज नागरिकों के रूप में हुयी थी.

 बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स के हवाईअड्डे पर दो जबरदस्त विस्फोट हुए. इसमें से एक आत्मघाती विस्फोट बताया गया था. इन दोनों के अलावा एक तीसरा विस्फोट ब्रसेल्स शहर के बीच एक मेट्रो स्टेशन पर ट्रेन के डिब्बे में हुआ था. इन तीनों विस्फोटों में कम 34 लोगों की मौत हुयी थी. एक भारतीय महिला समेत इस हादसे में 170 से अधिक लोग घायल हुए थे.

लीबिया पुलिस कैंप में एक कार बम धमाका हुआ था. जिसमें करीब 60 लोगों की मौत हो गई थी. इसके आलावा 200 लोग घायल हुए थे.

14 जुलाई 2016 को फ्रांस के नीस शहर में बैस्टील दिवस मना रहे लोगों की भीड़ पर हमला किया गया था. एक ट्रक जानबूझकर प्रोमेनाड़े देस अंग्लैस पर भीड़ में चलाया गया था इसमें 80 लोग मारे गए थे. घटना को अंजाम देने वाले ने लोगों से टकराने से पहले 330 फ़ुट तक तेज गति से ट्रक को चलाया था. ट्रक ड्राइवर को पुलिस द्वारा गोली मार दी गई थी.

तुर्की में रूस के राजदूत आंद्रे कालरेव की अंकारा में एक बंदूकधारी ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. कालरेव जब देश की राजधानी अंकारा में एक कला प्रदर्शनी देखने गए थे. उस समय उन पर यह हमला हुआ था. कालरेव हमले में बुरी तरह घायल हो गये और बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया था.

18 सितम्बर 2016 को जम्मू और कश्मीर के उरी सेक्टर में एलओसी के निकट स्थित भारतीय सेना के मुख्यालय पर हुआ था. ये एक आतंकी हमला था जिसमें 18 जवान शहीद हो गए थे. सैन्य बलों ने कार्रवाई में सभी चार आतंकियों को मार गिराया था. भारतीय सेना पर किया गया यह हमला लगभग 20 सालों में सबसे बड़ा हमला था.

19 दिसंबर की शाम बर्लिन की क्रिसमस मार्केट में खूनी ट्रक ने 12 बेगुनाहों को कुचल दिया. यह पहला आतंकी हमला था, जिसमें हथियारों की बजाय ट्रक का इस्तेमाल किया गया. जांच में पता चला कि आतंकी पाकिस्तानी मूल का नागरिक नावेद बी था, जिसे हमले की जगह से दो किलामीटर दूर पकड़ लिया गया था. इस आतंकी हमले में 48 लोग जख्‍मी भी हुए थे.

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