समुद्रशास्त्र के अनुसार, इन निशानों को देखकर ऐसे पहचाने कि आप कितने भाग्यशाली हैं

समुद्रशास्त्र के अनुसार व्यक्ति की हथेली में कुछ खास तरह के निशान और चिन्ह बनते हैं जो हर व्यक्ति के भविष्य में होने वाली अच्छी और खराब बातों का संकेत देते हैं। हस्तरेखा शास्त्र में इन संकेतों को अध्ययन करके भविष्य के बारे में कुछ जाना जा सकता है। हथेली पर मुख्यरूप से जीवन रेखा, ह्रदय रेखा, विवाह रेखा और भाग्य रेखा होती है। इनमें भाग्य रेखा का स्थान महत्वपूर्ण होता है। भाग्य रेखा व्यक्ति के भाग्य के बारे में जानकारी देती है।समुद्रशास्त्र के अनुसार, इन निशानों को देखकर ऐसे पहचाने कि आप कितने भाग्यशाली हैं

 हथेली पर भाग्यशाली होने के संकेत
1 – जब हथेली पर भाग्य रेखा मणिबंध से शुरू होकर सीधे शनि पर्वत पर मिलती है तो ऐसा व्यक्ति भाग्यशाली होता है। ऐसा व्यक्ति जीवन के हर एक क्षेत्र में सफलता प्राप्त करता है।

2 – इसके अलावा जिस किसी की हथेली में भाग्य रेखा चंद्रमा के क्षेत्र से प्रारम्भ होता है उसका हर काम सफल होता है और जीवन में बहुत मान-सम्मान प्राप्त होता है।

3 – वहीं अगर भाग्य रेखा जीवन रेखा से प्रारंभ हो तो उस व्यक्ति के जीवन में धन संबंधी कभी भी परेशानियां नहीं आती।

5 – जिस किसी व्यक्ति की हथेली में एक के बजाय दो भाग्य रेखाएं हो तो वह व्यक्ति बहुत भाग्यशाली होता है, उसे जीवन में सारी ऐशो-आराम की सुविधाएं मिलती है। वह जिस क्षेत्र में जाता है वहां से वह ढ़ेर सारी धन- सम्पदा बनता है।  

 हाथ में राजयोग मिलने के संकेत
1- जिस किसी की हथेली के बीच में घड़ा, पेड़, घोड़ा या रथ का निशान बना हो वह व्यक्ति राजयोग के सुख को प्राप्त करता है।

2- इसके अलावा जिस किसी व्यक्ति का माथा चौड़ा और विशाल होता है साथ ही बाहें लंबी होती है वह व्यक्ति राजसुख का आनन्द लेता है।

3- वह व्यक्ति जिसकी हथेली पर धनुष, कमल का फूल या आसन का निशान बना होता है उसे राजयोग का सुख मिलता है। ऐसा व्यक्ति कोई बड़ा प्रशासक बनता है।

4- जिस किसी की हथेली के मणिबंध से रेखा सीधे शनि पर्वत पर जाकर मध्यमा उंगली पर मिलती हो, वह व्यक्ति राजसुख प्राप्त करता है। उसके जीवन में कभी भी धन और वैभव की कमी नहीं रहती।

5- जब किसी की हथेली पर सूर्य रेखा मस्तक रेखा से मिली हो और मस्तक रेखा स्पष्ट  होकर गुरु पर्वत की ओर झुकने से चतुष्कोण का निर्माण होता हो, वह मुख्यमंत्री या राज्यपाल होता है।

6- जिस किसी की हथेली पर गुरु और सूर्य पर्वत में उभार हो या फिर शनि और बुध रेखा बिल्कुल स्पष्ट और सीध में हो वह व्यक्ति राजयोग का सुख प्राप्त करता है।

7- जिसकी हथेली पर हृदय रेखा और मस्तक रेखा के बीच एक चौड़ा चतुष्कोण बना हो  वह व्यक्ति न्यायधीश के पद को प्राप्त करता है।

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