सड़ रहा है इस महिला का शरीर, इस खरतनाक काम के चलते त्वचा का हो रहा ये हाल

भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में ड्रग का खतरा बढ़ता जा रहा है। ड्रग्स आज भी एक अंतराष्ट्रीय समस्या बना हुआ है। हर साल लाखों लोग केवल तंबाकू के सेवन से ही अपनी जान गंवा देते हैं, लेकिन तंबाकू या सिगरेट जैसे नशे इंसान को धीमी मौत देते हैं। वहीं दुनिया में कुछ ड्रग्स ऐसे भी हैं, जो इंसान को झन्नाटेदार नशा देते हैं, लेकिन तेजी से उनकी मौत की कहानी लिखना भी शुरू कर देते हैं।सड़ रहा है इस महिला का शरीर, इस खरतनाक काम के चलते त्वचा का हो रहा ये हाल

अभी हाल ही में ब्रिटेन से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे पढ़ने और देखने के बाद आपकी रूह कांप जाएगी। यहां रहने वाली एक 41 वर्षीय महिला का शरीर धीरे-धीरे सड़ रहा है और इस सड़न की वजह है क्रोकोडिल (Krokodil Drug) नाम का ड्रग।सड़ रहा है इस महिला का शरीर, इस खरतनाक काम के चलते त्वचा का हो रहा ये हाल

ब्रिटेन में रहने वाली एम्मा डेविस नाम की इस महिला ने दुनिया के सबसे खतरनाक क्रोकोडिल ड्रग (Krokodil Drug) ड्रग का सेवन किया, जिसके बाद उसकी ऐसी हालत हो गई है। क्रोकोडिल ड्रग का नशा, दुनिया का सबसे भयानक नशा है। इस ड्रग की वजह से एम्मा के शरीर पर बेहद ही खतरनाक घाव हो चुके हैं, जिसकी वजह से असहनीय दर्द हो रहा है, लेकिन वह चाहकर भी कुछ नहीं कर सकती है।

क्रोकोडिल ड्रग (Krokodil) को हेरोइन से दस गुना ज्यादा खतरनाक ड्रग कहा जाता है, जो desomorphine नाम के रसायन से बनाया जाता है। क्रोकोडिल ड्रग का पहला मामला रूस में देखा गया था, जिसके बाद से इसे दुनिया का सबसे खतरनाक ड्रग घोषित कर दिया गया था।

विशेषज्ञों का कहना है कि इसके एक छोटे सी खुराक से ही शरीर का एक बड़ा हिस्सा लड़ने लगता है। dailymail.co.uk में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक इस ड्रग को घर पर भी बनाया जा सकता है, जिसका नशा उच्चतम स्तर का होता है।

क्रोकोडिल ड्रग के सेवन से इंसान को स्किन अल्सर, इंफेक्शन, गैंग्रीन जैसी कई दिक्कतें होने लगती हैं, इतना ही नहीं क्रोकोडिल ड्रग का नाम भी क्रोकोडाइल यानि मगरमच्छ पर पड़ा है क्योंकि इस ड्रग का सेवन करने से इंसान की स्किन यानी त्वचा मगरमच्छ की तव्चा जैसी छिलकेदार बन जाती है।

एक बार इसे अपने शरीर में इंजेक्ट कर लेने के बाद ये क्रोकोडिल ड्रग इंसान के शरीर को अंदर से खोखला करना शुरू कर देता है, जिसकी वजह से व्यक्ति की खून की धमनियां फट सकती है और शरीर में मौजूद टिशूज खत्म हो जाते हैं। इसके इस्तेमाल से लोगों की त्वचा अंदर से खत्म होने लगती है और ये आपके शरीर को पपड़ीला बनाना शुरू कर देता है। त्वचा का रंग बदलने के साथ ही साथ आपके शरीर पर गहरे घाव होने लगते हैं।

रूस में बेहद मशहूर क्रोकोडिल ड्रग गैसोलीन, पेंट थिनर, तेल और अल्कोहल जैसे कोडेन और हाइड्रोकार्बन्स का मिक्सचर है। रूस में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल की जा रही इस खतरनाक ड्रग का असर बेहद घातक है। इस्तेमाल करने के एक महीने बाद ही इसका असर दिखने लगता है। ड्रग्स लेते समय अगर ये वेन में नहीं गई, तो मांस में सड़न शुरू हो जाती है। इसकी वजह से स्किन मोटी और काली धब्बेवाली मगरमच्छ के स्किन जैसी हो जाती है। क्रोकोडिल नाम की ड्रग्स 2002 से रूस ही नहीं दुनिया के तमाम हिस्सों में लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रही है।

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