संकट में लॉकडाऊन: 2 दिन में 5 लाख से ज्यादा लोगों का दिल्ली से पलायन

नई दिल्ली: देश में 21 दिनों के लॉकडाउन के चलते प्रवासी मजदूरों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वे देश के विभिन्न हिस्सों में फंस गए हैं और राजमार्गों के रास्ते सैकड़ों किलोमीटर की दूरी पैदल तय करने को मजबूर हैं। दिल्ली से पांच लाख से ज्यादा लोग दो दिन में यूपी में दाखिल हो चुके हैं। रोकने की तमाम कोशिशें काम न आने के बाद यूपी सरकार एक हजार बसें लगाकर उन्हें गंतव्य तक पहुंचा रही है। शुक्रवार व शनिवार रात भर बसें लगाकर लोगों को पहुंचाने का इंतजाम करना पड़ा। उधर, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ देर रात तक हालात की मॉनिटरिंग करते रहे।
कोरोना वायरस के कारण देशव्यापी लॉकडाउन को तोड़ते हुए आनंद विहार बस अड्डे पर रविवीर अल सुबह जनसैलाब उमड़ पड़ा है। बस अड्डे से जिधर नजर जा रही उधर लोगों का सिर्फ हूजूम ही नजर आ रहा। लॉकडाउन की सारी व्यवस्थाएं यहां पूरी तरह से चरमरा गई हैं। लॉकडाउन के बाद चारों ओर हुए सन्नाटे को लोगों की भीड़ ने कोलाहल में तब्दील कर दिया है। हर कोई भाग रहा है। जिधर से अमुक इलाके में जाने वाली बस जाने की सूचना आ रही उधर ही लोग भाग रहे।
दूसरी ओर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विभिन्न राज्यों में काम करने वाले यूपी के लोग आजीविका वाले स्थान पर रहें। यात्रा उन्हें व परिवार सहित अन्य लोगों को खतरे में डाल सकती है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना में एक बैठक की और फैसला किया कि बिहार से लगने वाली राज्यों की सीमाओं और नेपाल देश की सीमा पर आपदा सीमा राहत शिविर लगाए जाएंगे ताकि बाहर से आने वाले लोगों की जांच की जा सके और उन्हें समुचित मदद मुहैया कराई जा सके।
ऐसे में सबसे बड़ी चिंता ये है कि जब ये लोग अपने घर पहुंचेंगे, तब इनकी जांच कैसे संभव होगी? कैसे थमेगा कोरोना का संक्रमण? वहीं दूसरी ओर केजरीवाल ने लोगों से अपील की है कि आप जहां हैं वहीं रहें वरना महामारी फैल जाएगी। सिर्फ यही नहीं उन्होंने बताया कि सभी इंतजाम किए जा रहे हैं। 1000 दुकानों में समय से पहले राशन पहुंच चुका है। 71 लाख लोगों तक राशन पहुंचेगा। हमने रहने और खाने की व्यवस्था कर दी है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पलायन कर रहे लोगों से अपील की है की यूपी और दिल्ली दोनों सरकारों ने बसों का इंतजाम तो कर दिया है, लेकिन मेरी अभी भी सभी से अपील है कि वे जहां है, वहीं रहें। हमने दिल्ली में रहने, खाने-पीने सबका इंतजाम किया है। कृपया अपने घर पर ही रहें। अपने गांव ना जाएं, नहीं तो लॉकडाउन का मकसद ही खत्म हो जाएगा।

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