धन चाहिए या बुद्धि, भटकें नहीं सिर्फ करें इस मन्त्र का जाप

भगवान श्री गणेश का स्वरूप काफी भव्य है। वे एकदन्त, चतुर्भुज, रक्त चन्दन धारण किए हुए और पीतवस्त्रधारी हैं। उमा-महेश्वर के पुत्र गणेश अपने उपासकों पर शीघ्र प्रसन्न होते हैं और उनकी मनोकामनाएं को पूरा करते हैं।भगवान श्री गणेश

धन प्राप्ति के लिए संकटनाशन गणेश स्तोत्र मंत्र

‘संकटनाशन गणेश स्तोत्र’ के 11 पाठ करें। प्रस्तुत है श्री गणेश का लोकप्रिय संकटनाशन स्तोत्र:

संकटनाशनगणेशस्तोत्रम् ॐ गं गणपत्ये नमः

श्री संकटनाशनगणेशस्तोत्रम्प्रणम्य शिरसा देवं गौरीपुत्रं विनायकम्। भक्तावासं स्मरेन्नित्यं आयुःकामार्थसिद्धये॥

प्रथमं वक्रतुण्डं च एकदन्तं द्वितीयकम्। तृतीयं कृष्णपिङ्गाक्षं गजवक्त्रं चतुर्थकम्

लम्बोदरं पञ्चमं च षष्ठं विकटमेव च । सप्तमं विघ्नराजेन्द्रं धूम्रवर्णं तथाष्टमम्

नवमं भालचन्द्रं च दशमं तु विनायकम्। एकादशं गणपतिं द्वादशं तु गजाननम्

द्वादशैतानि नामानि त्रिसंध्यं यः पठेन्नरः । न च विघ्नभयं तस्य सर्वसिद्धिकरः प्रभुः॥५॥

इन बारह नामों का जो मनुष्य (प्रातः, मध्यान्ह और सांयकाल) में पाठ करता है,उसे किसी प्रकार के विध्न का भय नहीं रहता, इस प्रकार का स्मरण सब सिद्धियां देने वाला है।

विद्या प्राप्ति के लिए मंत्र

विद्यार्थी लभते विद्यां धनार्थी लभते धनम्। पुत्रार्थी लभते पुत्रान्मोक्षार्थी लभते गतिम्

Back to top button