श्रीलंका में आयात शुल्क बदलाव से छोटी भारतीय कारों को होगा लाभ
कोलंबो। श्रीलंका ने 800 और 1000 सीसी की कारों पर आयात शुल्क घटाया है। जबकि अधिक इंजन क्षमता वाली कारों पर ड्यूटी बढ़ाई है। इस कदम से भारत में निर्मित छोटी कारों को फायदा होने की उम्मीद है।
श्रीलंका के व्हीकल इंपोर्टर्स एसोसिएशन ने कहा कि न्यूनतम यूनिट टैक्स बढ़ने के बाद शुक्रवार से 1000 सीसी इंजन से अधिक क्षमता वाले वाहनों के मूल्य बढ़ जाएंगे।
वित्त मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, 800 और 1000 सीसी की कारें निचले आयात कर दायरे में रहेंगी। इस श्रेणी में ज्यादातर आयात पर भारत में निर्मित कारों का दबदबा है। इनमें मारुति और वैगन-आर सरीखी कारें शामिल हैं।
कार डीलरों के मुताबिक, ऐसी कारों के लिए टैक्स रेंज के घटकर करीब 13.5 लाख श्रीलंकाई रुपये (लगभग छह लाख रुपये) पर आ जाने की उम्मीद है। अभी यह दायरा 15-16 लाख श्रीलंकाई रुपये के बीच है।
हालांकि, बढ़े बैंड के कारण भारत में निर्मित थ्री व्हीलर ऑटो टैक्सियों पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका है। इनके लिए सीमा शुल्क की बढ़ी दरें प्रभावी होंगी।
घटते विदेशी मुद्रा भंडार के कारण सरकार वाहन निर्यात पर अंकुश लगाने को मजबूर हुई है। इसी वजह से उसने अधिक टैक्स लगाने का रास्ता अपनाया है।