शिवराज सिंह चौहान का तंज : पार्टी की ये स्थिति हो जाए तो उसे कोई नहीं बचा सकता

जुबिली न्यूज़ डेस्क
कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर जारी घमासान के बीच एक ओर जहां सोनिया गांधी ने पार्टी का नया अध्यक्ष चुनने का आह्वान किया है। वहीं दूसरी तरफ नेतृत्व के मुद्दे पर सोनिया को लिखे पत्र पर राहुल के सवाल खड़ा करने पर कांग्रेस वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने उन पर कटाक्ष किया है। हालांकि बाद में सिब्बल ने अपना ट्वीट हटा लिया है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी में नेतृत्व के मुद्दे पर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले नेताओं पर निशाना साधा और कहा कि जब पार्टी राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में विरोधी ताकतों से लड़ रही थी और सोनिया गांधी अस्वस्थ थीं तो उस समय ऐसा पत्र क्यों लिखा गया।
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कहा जा रहा है कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल ने कथित तौर पर यह भी कहा कि पत्र लिखने वाले नेता भाजपा के साथ साठगांठ कर रहे हैं। राहुल गांधी ने पार्टी संबंधित मुद्दों को सार्वजनिक करने के लिए नेताओं की आलोचना की और कहा कि इन पर चर्चा सीडब्ल्यूसी में होनी चाहिए न कि मीडिया में।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में राहुल गांधी की एक कथित टिप्पणी को लेकर सोमवार को उनपर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने पिछले 30 वर्षों में भाजपा के पक्ष में कोई बयान नहीं दिया, इसके बावजूद ‘हम भाजपा के साथ साठगांठ कर रहे हैं।’
सिब्बल ने बतौर वकील कांग्रेस को सेवा देने का उल्लेख करते हुए ट्वीट किया, ‘राहुल गांधी का कहना है कि ‘हम भाजपा के साथ साठगांठ कर रहे हैं’। राजस्थान उच्च न्यायालय में कांग्रेस पार्टी का पक्ष रखते हुए सफल हुआ। मणिपुर में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने करने के लिए पार्टी का पक्ष रखा।’
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इस बीच कांग्रेस नेता और प्रवक्ता राणदीप सुरजेवाला ने सिब्बल को मीडिया की खबरों से बचने को कहा है और राहुल के बयान को गलत समझने की बात कही है। सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी मिलीभगत की प्रकृति का एक शब्द नहीं कहा है। मीडिया के चर्चाओं से गुमराह न हों। हमें मिलकर मोदी सरकार से लड़ना है।
सीडब्ल्यूसी की बैठक से एक दिन पहले रविवार को पार्टी में उस वक्त नया सियासी तूफान आ गया जब पूर्णकालिक एवं जमीनी स्तर पर सक्रिय अध्यक्ष बनाने और संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव की मांग को लेकर सोनिया गांधी को 23 वरिष्ठ नेताओं की ओर से पत्र लिखे जाने की जानकारी सामने आई।
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हालांकि, इस पत्र की खबर सामने आने के साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ एवं युवा नेताओं ने सोनिया और राहुल गांधी के नेतृत्व में भरोसा जताया और इस बात पर जोर दिया कि गांधी परिवार ही पार्टी को एकजुट रख सकता है।
एमपी CM शिवराज सिंह चौहान ने किया कटाक्ष
मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह ने इस मामले पर तंज कसते हुए कहा कि, कांग्रेस को सही दिशा में लाने की बात करें तो उन पर आरोप लगा दिया जाता है कि ये नेता तो BJP से मिले हुए हैं। कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद जैसे नेता जिन्होंने पूर्णकालिक अध्यक्ष की बात कही। अब उन्हीं पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि वो BJP से मिले हुए हैं।
सही बात करने वाला कांग्रेस में गद्दार है और तलवे चाटने वाले कांग्रेस में वफादार हैं और जब पार्टी की ये स्थिति हो जाए तो उसे कोई नहीं बचा सकता।

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